Naxalites

मुठभेड़ थमने के बाद घटनास्थल की छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों को नक्सल कैंप से भारी मात्रा में बारूद, आईईडी में इस्तेमाल होने वाली बैट्री, पाइप, नक्सली वर्दी, बैनर-पोस्टर व अन्य दैनिक इस्तेमाल की सामग्री बरामद की है।

सुरक्षाबलों की टीम ने बासागुड़ा थानाक्षेत्र से कुख्यात नक्सली लच्छ हिड़मा को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके खिलाफ भी पुलिस टीम पर फायरिंग और अपहरण सहित कुल तीन मामले दर्ज हैं।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल के सर्च ऑपरेशन के दौरानएक नक्सली का शव, एक पिस्टल, पांच किलोग्राम वजनी बारूदी सुरंग, एक नक्सली वर्दी और अन्य सामान बरामद किया गया।

पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के मुताबिक, रविवार को हुई मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से हथियार भी बरामद किए गए थे। इस दौरान सुरक्षाबलों को घटनास्थल से चूड़ियों के टूकड़े भी मिली हैं।

पिछले कुछ महीनों में जिले में प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे पुना नर्कोम अभियान के तहत इनामी सहित करीब 200 नक्सलियों ने हिंसा छोड़ मुख्य धारा में लौट चुके हैं।

घटनास्थल की छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों को दो महिला नक्सलियों (Naxalites) के शव के साथ 12 बोर की एक बंदूक, एक नौ एमएम की पिस्तौल, कार्डेक्स वायर, विस्फोटक सामग्री और माओवादी से जुड़े अन्य सामान बरामद हुये।

पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक नक्सली पर्चा भी बरामद किया है जिसमें नक्सलियों (Naxalites) ने जवान की हत्या की जानकारी दी है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर अपनी छानबीन शुरू कर दी है।

नक्सली उमेश पिछले कई सालों से नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय था। इसके खिलाफ कई थानों में लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस टीम पर हमला, निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। 

गिरफ्तार नक्सली ने ही पिछले महीने जनवरी के अंतिम सप्ताह में नक्सल प्रतिरोध सप्ताह के दौरान गिरिडीह में कई नक्सल घटनाओं को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था।

नक्सल सहयोगियों (Naxal Associates) के पास से 10 बंडल कॉर्डेक्स तार व अन्य सामान बरामद की गई है। कॉर्डेक्स तार से ही बैरल ग्रेनेड, लांचर, हैंड ग्रेनेड और आईईडी सहित अन्य विस्फोटक सामान बनाया जाता है।

लोन वर्राटू अभियान के तहत अकेले दंतेवाड़ा में ही 130 इनामी नक्सली सहित करीब सवा पांच सौ नक्सलियों ने हथियार छोड़ सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के बाद सुरक्षाबलों की टीम गठित कर जिले के अरनपुर थानाक्षेत्र के बुरगुम इलाके में छानबीन के लिए भेजा गया। इसी दौरान जंगल में घात लगाये बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी।

इस सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों (Naxalites) द्वारा बिछाये गये आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के तीन जवान जख्मी भी हो गये। जिन्हें फौरान हेलीकॉप्टर की मदद से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

एक पुलिया के निर्माण कार्य के दौरान ही ग्रामीणों की वेषभूषा में आये कुछ नक्सलियों (Naxalites) ने वहां काम पर लगे इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री को अगवा कर लिया।

25 वर्षीय नक्सली मंगलू पोयाम (Naxalite) ने शनिवार को पुलिस के सामने हथियार डाल दिये। उसने नक्सलियों की खोखली विचारधारा और प्रशासन द्वारा दिये जा रहे पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर हिंसा का रास्ता छोड़ा है।

मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें पहले भी ऐसी धमकियां मिलती रही हैं। लेकिन गढ़चिरौली का संरक्षक मंत्री होने के नाते जिले की देखभाल करना मेरा कर्तव्य है। हमारा उद्देश्य जिले का सर्वांगीण विकास करना व इसे मुख्यधारा में लाना है।

इस घटना में सीआरपीएफ 168वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट एस बी टिर्की शहीद हो गये, जबकि अप्पा राव नाम का एक जवान घायल हो गया। फिलहाल पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।  

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