Naxalites

छत्तीसगढ़ के नक्लल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में सुरक्षा बल के जवानों के साथ नक्सलियों (Naxalites) की मुठभेड़ हुई है।

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) के तीसरे चरण में 12 नवंबर को मतदान संपन्न हो गया। इस चरण में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान हुआ, जहां एक ऐसी झलक देखने के मिली जिसने लोकतंत्र की आस्था को और मजबूत कर दिया।

30 सालों से लाल आतंक का सबसे बड़ा चेहरा रहे कुख्यात नक्सली कमांडर रावुला श्रीनिवास उर्फ रमन्ना (Ramanna) की मौत हो गई है। रमन्ना की मौत की खबर पर कई दिनों तक चले सस्पेंस के बाद आखिरकार इसकी पुष्टि हो गई।

उत्तर प्रदेश के राजभवन को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। राजभवन के नाम पर एक धमकी भरा पत्र मिला है, जिसमें दस दिन के अंदर राज्यपाल को राजभवन छोड़कर न जाने पर डायनामाइट से उड़ा देने की धमकी दी गई है।

नक्सलियों (Naxalites) द्वारा ड्रोन कब्जाने और उसके संचालन की घटना के हाल में सामने आने के बाद वामपंथी चरमपंथ प्रभावित...

नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए, केंद्र सरकार ने नक्सल प्रभावित राज्यों में आत्मसमर्पण और पुनर्वास के लिए दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। इसको तैयार करते समय नक्सल प्रभावित राज्यों की भौगोलिक और सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखा गया है।

To bring Maoists into the mainstream, the Central Government has chalked out guidelines for surrender-cum-rehabilitation of the rebels in the Left Wing Extremist (LWE) affected States, keeping in mind the specific geographical and social landscape.

साल 2009 में 9 साल की इस मासूम को जब झारखंड से नक्सलियों ने अगवा किया तो उसे जरा भी इल्म नहीं था कि उसके साथ क्या हुआ। सारंडा के जगलों में जब करीब 400 नक्सलियों के बीच एक दिन इस लड़की ने खुद को पाया तो हक्का-बक्का रह गई।

नक्सलियों ने एक 10 लाख के इनामी नक्सली अपने ही संगठन से निकाल बाहर किया है। इस बारे में नक्सलियों की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई है। दावा किया गया है कि नक्सलियों के प्रवक्ता ने इसे जारी किया है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 4 अप्रैल को तीन इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वालों में एक महिला नक्सली भी शामिल है। तीनों ही अलग-अलग इलाकों में सालों से आतंक का खेल खेल रहे थे।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियां में पिछले कुछ सालों में लगातार उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। बीते सालों में केंद्र सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाई जा रही बहुआयामी रणनीति का असर साफ तौर पर देखा जा सकता है।

एक दुर्दांत नक्सली की मासूम बेटी ने निबंध में लिखा कि नक्सली विकास में बाधा पहुंचाते हैं। नेहा ने नक्सलियों के क्रूर रूप का भी ज़िक्र किया एवं बताया कि कैसे ये लोग आम आदमी पर ज़ुल्म करते हैं।

सालों तक खून-खराबा किया। कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा। एक तरफ, जहां हर वारदात के साथ नक्सल संगठन में उसका कद बढ़ता जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ उसके दिल में वापसी की इच्छा भी हिलोरें ले रही थी।

अकेले 200 नक्सलियों से लड़ते हुए के प्रसाद बाबू ने 9 नक्सलियों को मार गिराया। कई नक्सलियों को घायल कर दिया। बाद में प्रसाद बाबू को नक्सलियों ने पकड़ लिया। उन्हें टॉर्चर किया और उनकी हत्या कर दी।

जंगल की ज़िंदगी हमेशा कठिन होती है। अंधेरे में खोई वीरानी ज़िंदगी। जंगल में रहते वक्त इस बात का एहसास...

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