Naxalites

ये अभियान काफी सफल हुआ है। इससे प्रभावित होकर 100 से ज्यादा नक्सली (Naxalites) सरेंडर कर चुके हैं, इनमें इनामी नक्सली भी शामिल हैं।

सोनभद्र (Sonbhadra) में सीआरपीएफ और पीएसी के जवानों के साथ 3 थानों की फोर्स ने जंगल और पहाड़ पर सर्च ऑपरेशन चलाया और ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं।

इतना ही नहीं, इस प्रेमी जोड़े के साथ 3 और नक्सलियों (Naxalites) ने समर्पण किया है। प्रेमी का नाम हरदेश लेकाम और प्रेमिका का नाम आसमती है।

पुलिस के मुताबिक नक्सल (Naxalites) प्रभावित क्षेत्र मौजा डोलांदा के जंगलों में ये मुठभेड़ बुधवार दोपहर को हुई। इसमें एक एक महिला नक्सली की मौत हो गई।

नक्सलियों (Naxalites) ने डरा-धमकाकर लेवी वसूली और लेवी नहीं मिलने पर विकास कार्यों में लगे वाहनों को आग के हवाले कर संसाधनों को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है।

बम को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया गया और सर्च अभियान को तेज कर दिया गया। अभी किसी नक्सली (Naxalites) की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

बम को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया गया और सर्च अभियान को तेज कर दिया गया। अभी किसी नक्सली (Naxalites) की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxalites) द्वारा डोडा और अफीम की तस्करी किए जाने का मामला सामने आया है। राजधानी रांची के सीमावर्ती इलाके से बड़े पैमाने पर डोडा और अफीम की तस्करी दूसरे राज्यों में की जा रही है।

दर्जनभर हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) ने उत्तराखंड के कल्हाबार गांव में सरकार द्वारा बन रहे डिग्री कॉलेज परिसर में जमकर उत्पात मचाया।

खूंटी पुलिस को दक्षिणी छोटानागपुर के रीजनल कमेटी के सदस्य जीत राय मुंडा समेत 7 नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

5 लाख के इनामी नक्सली (Naxal) नूनू चंद महतो को उसके ही साथी नक्सलियों ने किडनैप कर लिया है। नूनू चंद महतो नया संगठन बनाने की तैयारी कर रहा था।

बुधवार रात कटेकल्याण थाना क्षेत्र के चिकपाल गांव के करीब 30 ग्रामीणों को नक्सली (Naxalites) जंगल ले गए थे और इसके बाद उनकी लाठी और लात-घूसों से पिटाई की गई।

चाईबासा जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में पिछले तीन महीने के दौरान नक्सलियों और पुलिस के बीच दर्जनों मुठभेड़ हुई हैं।

दरअसल बीते कुछ समय से बस्तर के स्थानीय नक्सली लगातार लाल आतंक का रास्ता छोड़ रहे हैं और मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं। इसी वजह से नक्सलियों का जनाधार गिरता जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि हत्यारों ने नक्सली की हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की है। नक्सली का नाम अजय गोप है।

Jharkhand: इनमें पीराटाड़ गिरिडीह मिसिर बेसरा, अनल दा उर्फ तूफान और टुंडी धनबाद का रहने वाला प्रयाग मांझी शामिल है। ये तीनों नक्सली एक-एक करोड़ के इनामी हैं।

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