Naxalites

आधा दर्जन नक्सलियों (Naxalites) का एक दस्ता मुर्गा बाजार पहुंचा और देसी कट्टे से जवान की गोली मार कर हत्या कर दी।घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए।

आत्मसमर्पण करने वाले इन सभी नक्सलियों के खिलाफ पुलिस टीम पर हमले, सड़क छतिग्रस्त, ग्रामीणों की हत्या व लेवी वसूलने जैसे कई मामले दर्ज हैं

17 मार्च को हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) का एक समूह यालम के घर पहुंचा और उसे बाहर ले जाकर धारदार हथियार से काटकर उसकी हत्या कर दी।

नक्सली दीपक तीन हत्याओं, आठ मुठभेड़ों और आगजनी की दो घटनाओं में शामिल था। उसने घात लगाकर छह हमले भी किए थे, जिनमें छत्तीसगढ़ के तमाम इलाकों में 31 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों ने दो महिला नक्सलियों (Women Naxalites) के शव को बरामद किया, जिनकी पहचान पेदरास एलोएस कमांडर मंजुला और गंगी पुनेम के रूप में हुई।

दो साल पहले आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली इन दोनों के अधीन कार्यरत थे। उन पूर्व नक्सलियों के जरिये ही पुलिस ने इन दोनों कुख्यात नक्सलियों (Naxalites) से संवाद स्थापित किया और इन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए बाध्य किया। 

सोनपुर और ढोंडरीबेड़ा गांवों के बीच नक्सलियों के लगाए गए प्रेशर बम की चपेट में आने से आईटीबीपी के सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह शहीद हो गए और हवलदार महेश घायल हो गए।

सुरक्षाबलों की टीम केरलापाल के चिचोरगुड़ा के जंगली इलाके में छानबीन कर रही थी तभी घात लगाये बैठे नक्सलियों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई मुठभेड़ में बदल गई।

अलग-अलग थानाक्षेत्रों में कार्रवाई करते हुये सुरक्षाबलों की टीम ने कुल 13 नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इन सभी नक्सलियों के खिलाफ बीजापुर व समीपवर्ती थानाक्षेत्रों में कई बड़े आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पूना नर्कोम (नई सुबह, नई शुरुआत) अभियान से प्रभावित होकर तथा शोषण, अत्याचार, भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ होने वाली हिंसा से त्रस्त होकर 10 नक्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया है।

नक्सली अभय की शादी 6 माह पहले ही हुई थी और शादी के बाद से ही पत्नी उसे लगातार समझाती रही कि सरेंडर कर दीजिये नहीं तो मुठभेड़ में मारे जायेंगे।

दर्जनों की संख्या में पहुंचे नक्सलियों (Naxalites) ने पिपरवार गांव में सड़क निर्माण कार्य कर रही श्री राम कंस्ट्रक्शन की मशीनों और सामानों में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया।

नक्सल नेता मिथलेश औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र के विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा है और इलाज कराने के लिए जा रहा था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

क्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इन बैनर-पोस्टरों के नीचे आईईडी बम को प्लांट कर रखा था। जैसे ही एक पुलिसकर्मी ने उसे हटाने की कोशिश की, वैसे ही आईईडी का ट्रिगर दब गया और जबरदस्त विस्फोट हो गया।

सरेंडर करने वाली महिला नक्सली ने संगठन में बड़े नक्सली नेताओं की मनमानी, शोषण, उदासिनता के अलावा बाहरी राज्यों के नक्सलियों को प्राथमिकता देने जैसी घटनाओं से तंग आकर पुलिस के सामने अपने हथियार डाल दिये।

दोपहर करीब एक बजे 8 वर्दीधारी हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) का एक समूह घटनास्थल पर पहुंचा और काम बंद करने की धमकी देकर निर्माण कार्य में लगे पांच वाहनों को जलाकर राख कर दिया।

इस घटना के बाद जंगल में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन तेज हो गया है साथ ही हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जल्द ही हमलावर नक्सलियों (Naxalites) को दबोच या मुठभेड़ में मार गिराये जाने की संभावना है।

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