झारखंड: संगठन से नाराज चल रहा कुख्यात नक्सली उमेश कर रहा है सरेंडर, प्रशासन ने रखा है 25 लाख का इनाम

नक्सली उमेश पिछले कई सालों से नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय था। इसके खिलाफ कई थानों में लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस टीम पर हमला, निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। 

Naxali Umesh Yadav

सांकेतिक तस्वीर।

झारखंड का इनामी नक्सली और स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य उमेश यादव उर्फ विमल उर्फ राधेश्याम यादव (Naxali Umesh Yadav) आज अर्थात शुक्रवार को पुलिस महानिरीक्षक (कार्रवाई) अमोल वेणुकांत होमकर के सामने रांची में सरेंडर कर रहा है।

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पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नक्सली उमेश उर्फ विमल पिछले कई सालों से नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय था। इसके खिलाफ पलामू, गढ़वा, लातेहार, गुमला, लोहरदगा समेत छत्तीसगढ़ और बिहार में लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस टीम पर हमला, निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। 

गौरतलब है कि नक्सली उमेश यादव (Naxali Umesh Yadav) मूल रूप से पड़ोसी राज्य बिहार के जहानाबाद जिले के सलेमपुर थानाक्षेत्र के करौना गांव का रहने वाला है। लेकिन हाल ही के दिनों में संगठन के शीर्ष नेताओं से नाराज होकरऔर प्रशासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली उमेश ने पुलिस के सामने सरेंडर करने का फैसला लिया है। 

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नक्सली उमेश (Naxali Umesh Yadav) के सिर पर प्रशासन ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है।  नक्सली उमेश ने खुद पुलिस से संपर्क कर आज सरेंडर करने का फैसला लिया है।

बताते चलें कि साल 2018 में एक करोड़ के इनामी नक्सली अरविंद की मौत के बाद 52 किलोमीटर में फैले बूढ़ापहाड़ के जंगलों की कमान नक्सली उमेश को मिल गई थी। लेकिन  संगठन ने उमेश (Naxali Umesh Yadav alias Vimal) की पॉवर को कम करने की कोशिश की थी और उसके हथियार भी उससे छीन लिए थे। जिसके बाद से वह बूढ़ापहाड़ से गायब हो गया था और उसके सरेंडर की अटकलें लगाई जा रही थीं। 

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