झारखंड: लोहरदगा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 5 लाख का कुख्यात नक्सली ढेर, छानबीन के दौरान IED ब्लास्ट में 3 जवान घायल

इस सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों (Naxalites) द्वारा बिछाये गये आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के तीन जवान जख्मी भी हो गये। जिन्हें फौरान हेलीकॉप्टर की मदद से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

Naxalites

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झारखंड के लोहरदगा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों (Naxalites) के बीच मुठभेड़ में एक पांच लाख का इनामी नक्सली ढेर हो गया है। ये मुठभेड़ पिछले सात दिनों से चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई है।

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पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिले में स्थिल बुलबुल के जंगलों में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की संयुक्त टीम पिछले एक सप्ताह से नक्सलियों (Naxalites) की तलाश में बड़े पैमाने पर छानबीन कर रहे हैं। इसी दौरान घने जंगल में जवानों को आता देख दर्जनों की संख्या में मौजूद नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसी के जवाबी कार्रवाई ने मुठभेड़ का रूप अख्तियार कर लिया। दोनों तरफ से करीब 100 राउंड की फायरिंग के बाद जवानों का भारी पड़ता देख नक्सली बुलबुल पहाड़ी की दिशा में फरार हो गये। इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने अत्याधुनिक आटोमैटिक हथियारों व मोर्टार का इस्तेमाल किया।

अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की छानबीन के दौरान एक नक्सली का शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त बालक गंझू के रूप में हुई। जिसके सिर पर प्रशासन ने 5 लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। इस दौरान सुरक्षबलों ने घटनास्थल से कई हथियार व गोला-बारूद के साथ कई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है।

बताया जा रहा कि एनकाउंटर के दौरान दोनों ओर से करीब 100 राउंड फायरिंग हुई। मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान बालक गंझू के रूप में हुई है। बालक गंझू पर 5 लाख का इनाम घोषित था। इस एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने मोर्टार, टीएनटी बम और स्वाचालित हथियारों का भी इस्तेमाल किया। पुलिस को भारी पड़ता देख बाकी नक्सली (Naxalites) बुलबुल पहाड़ी की तरफ फरार हो गये। 

वहीं इस सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों (Naxalites) द्वारा बिछाये गये आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के तीन जवान जख्मी भी हो गये। जिन्हें फौरान हेलीकॉप्टर की मदद से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

गौरतलब है कि राज्य में सुरक्षाबलों द्वारा चलाये जा रहे लगातार सर्च ऑपरेशन से नक्सली भूख-प्यास और स्थायी प्रवास के लिए परेशान हो गये हैं। ये सभी किसी भी तरह जंगलों से निकलकर ग्रामीण इलाके में पनाह लेने की फिराक में हैं। लेकिन सुरक्षाबलों की घेराबंदी ने इनकी सभी कोशिशों को बेकार कर दिया है। बताते चलें कि नक्सलियों के खिलाफ इतने बड़े अभियान में पुलिस के साथ सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन और सैट झारखंड जगुआर के जवान शामिल हैं।

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