सच के सिपाही

नक्सल समस्या देश की बड़ी समस्याओं में से एक है। नक्सली इस देश के लिए कलंक हैं। नक्सलियों ने कई मौकों पर देश को भारी नुकसान पहुंचाया है। हमारे कई जवान नक्सली हमलों में शहीद हो गए हैं तो कई जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन में वीरता की मिसाल पेश करते हुए।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। इस युद्ध में यूं तो हमारे कई सैनिकों ने शौर्य का परिचय दिया लेकिन एक जवान ऐसे थे, जिनकी बहादुरी की मिसाल आज भी पेश की जाती है।

अभिनंदन वर्धमान ने 27 फरवरी 2019 को अपने मिग-21 लड़ाकू विमान से पाकिस्‍तान के आधुनिक एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था।

करीब साढ़े 8 बजे नक्सलियों पर फायरिंग की गई। तीन घंटे चली फायरिंग में 16 नक्सली मौके पर ही ढेर कर दिए गए जबकि बाकी नक्सली मौके से भागने में कामयाब हुए थे।

naxalite attack: नक्सलियों ने हमारे जवानों को अपने जाल में फंसाया था और वह मुख्य सड़क से जवानों की पूरी टीम को 400 मीटर दूर ले गए थे।

हमला रात के समय में किया गया था। रानीबोदली गांव में मौजूद पुलिस कैंप में जब जवान सो रहे थे। नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी थी।

नक्सलियों को उनके गढ़ में घुसकर सीने पर वार करने वाले हमारे जवान हमेशा देश की रक्षा में जुटे रहते हैं। ये जवान सरहद पर ही नहीं बल्कि देश के अंदर ही देश के लिए काला धब्बा बन चुके नक्सलियों (Naxalites) से लड़ते हैं।

चुनाव के दौरान बड़े हमलों को अंजाम देकर नक्सली (Naxals) लोगों के बीच अपना खौफ और सरकार के प्रति अपनी विचारधारा को खुले तौर प्रदर्शित करते हैं।

नरसंहार का मुख्य षड्यंत्रकर्ता ओडिशा के मलकानगिरि जिले में जंगल में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था। इस नक्सली का नाम सुनधरा था।

जैसे ही हमला शुरू हुआ तो सीआरपीएफ जवानों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई थी। दरअसल नक्सलियों ने पहले ही जवानों की लोकेशन का पता लगा लिया था।

देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ हमारे वीर सपूत कहर बनकर टूट पड़ते हैं। साल 2017 के मई महीने के दूसरे हफ्ते में भी जवानों ने नक्सलियों को भगा-भगाकर मारा था।

इस साल मार्च महीने में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा में नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 17 जवान शहीद हो गए थे। इसके साथ ही 14 जवान घायल भी हो गए थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच  हुए साल 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) के 54 जवान ऐसे हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने अपनी कैद में रखा हुआ है। इन जवानों के परिवार आज भी अपने वीर सपूत की राह देखे रहे हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) के सूबेदार आसा सिंह को युद्धबंदी बना लिया गया था। उनकी पत्नी निर्मल कौर आज भी उनकी राह ताक रही हैं।

कारगिल की लड़ाई दुनिया की सबसे ऊंचाई पर लड़ा गया युद्ध था। युद्ध करीब 40 दिन चला। जैसा की हर युद्ध में देखने को मिलता है दोनों देशों को नुकसान झेलना पड़ा था।

स्वीडन की बनी यही तोप सेना के बेहद काम आई थी। बोफोर्स तोपों ने तोलोलिंग की चोटी के साथ ही द्रास सेक्टर की हर चोटी में छिपे दुश्मन पर निशाना लगाया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। यह युद्ध बेहद ही भीषण था और इसमें भारतीय सेना की जीत हुई थी। पाकिस्तानी सेना को इस युद्ध में भारी नुकसान पहुंचा था।

यह भी पढ़ें