सच के सिपाही

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल का भीषण युद्ध ((Kargil War) लड़ा गया था। पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वीर सैनिकों ने जमकर प्रहार किया था। पाकिस्तान को बुरी तरह से हराकर ही हमारे वीरों ने राहत की सांस ली थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) ने कहर बरपाया था। दुश्मनों को बुरी तरह से हराकर भारतीय वीर जवानों ने दिखा दिया था कि देश की रक्षा के लिए वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान को इस युद्ध में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारतीय सेना उसे इतनी बुरी तरह से विफल करेगी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) शानदार प्रदर्शन किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराकर ही हमारे सैनिकों ने राहत की सांस ली थी।

नक्सली दहशत फैलाकर अपनी विचारधार का प्रसार करते हैं। नक्सली (Naxals) जिस देश में रहते हैं और जिसका खाना खाते हैं उसी के खिलाफ हैं। हमारे वीर सपूतों को अपने देश के भीतर ही नक्सलियों से लोगों की रक्षा करनी पड़ती है।

सीमा पर पाकिस्तान की नापाकी गतिविधियों पर देश की टॉप इंटेलीजेंस एजेंसियां को भनक तक नहीं लग सकी थी। उस समय एजेंसी का सीमा पार कोई मजबूत नेटवर्क नहीं था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान, भारत को कमजोर समझकर जंग के मैदान में उतरा था।  लेकिन पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत ने जीत हासिल की थी।

उत्तराखंड (Uttarakhand) के नौजवान सेना (Indian Army) में भर्ती होने के लिए तत्पर रहते हैं। सेना के भर्ती शुरू हो जाए, तो झटपट टेस्ट देने और एग्जाम की तैयारी शुरू कर देते हैं। पहाड़ की हवा पानी में रहने वाले नौजवान बेहद ही मेहनती और फुर्तीले होते हैं।

भारत और चीन के बीच 1962 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) को हार का मुंह का देखना पड़ा था। सेना पूरी तैयारी के साथ इस युद्ध में नहीं उतरी थी, जबकि चीनी सेना पूरी तैयारी के साथ आई थी।

भारत और चीन के बीच 1962 में युद्ध लड़ा गया था। युद्ध में चीन ने भारत को हराया था। चीन युद्ध में पुरी तैयारी के साथ उतरा था। भारतीय सेना (Indian Army) के पास युद्ध में न तो पूरे हथियार थे और न ही हड्डियां गला देने वाली ठंड में पहनने वाले कपड़े।

ब्रिगेडियर एमएस बाजवा के मुताबिक, टाइगर हिल पर चौकियों को कब्जाने गई 8 सिख और 18 ग्रेनेडियर्स के जवानों को शेर खां ने कड़ी चुनौती दी  थी।

1986-87 के दौरान कराची जेल में जरदारी के साथ कुछ महीने बीता चुके हैं। इलाही 60 और 70 के दशक के दौरान पाकिस्तान में जासूसी कर चुके हैं।

साल 2019 के मई महीने में नक्सलियों ने महाराष्ट्र में बड़ा हमला (Gadchiroli Naxal Attack) किया था। हमला 1 मई को किया गया था। तय समय और तय प्लानिंग के तहत हमले को अंजाम दिया गया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने ऐसा पराक्रम दिखाया था, जिसे यादकर दुश्मन देश के जवान आज भी कांप उठते हैं।

नक्सलियों (Naxals) को मौत के घाट उतार कर हमारे जवानों ने लाल आतंक के खिलाफ कमर कसी हुई है। बीते कुछ सालों में पुलिस फोर्स को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलताएं भी हाथ लगी हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारत ने धूल चटा दी थी। पाकिस्तान को एक पल भी ऐसा महसूस नहीं होने दिया गया था कि वो भारत के खिलाफ जीत भी सकता है।

झारखंड (Jharkhand) की लातेहार जिला पुलिस और लातेहार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिरेंदर राम 30 अक्टूबर को सदर प्रखंड लातेहार के पतरातू के रहने वाले होमगार्ड के शहीद (Martyr) जवान सकिंदर सिंह के घर पहुंचे।

यह भी पढ़ें