Naxalite

ये कदम झारखंड-बिहार सीमा से सटे थाना क्षेत्रों के अलावा दूसरे जिलों से जुड़े इलाकों में बढ़ते अपराध और नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है।

राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच खबर सामने आई है कि नक्सली अपना संगठन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

पोस्टर में नक्सलियों ने जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए भाकपा माओवादी के पीएलजीए दस्ते में शामिल होने की अपील की है।

इमामगंज में CRPF के जवानों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम किया है। ये कार्रवाई इमामगंज के परिया गांव कें जंगल में की गई है।

बस्तर में बीते 4 दशकों से नक्सलवाद एक बड़ी समस्या है। नक्सली स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों को अपने संगठन से जोड़ते हैं और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ खड़ा कर देते हैं।

नक्सलियों (Naxalites) ने ड्रम को जमीन में गाड़ रखा था। नक्सलियों की इसके जरिए सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की योजना थी।

मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों (Naxalites) के पास से 11 एचई बम, 8 जिंदा बम, एक्स 95 राइफल, एसएलआर, बंदूक व देशी तीर नूमा राकेट बरामद हुआ है।

एक गुप्त सूचना के आधार पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 60वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में यह बड़ी कामयाबी हासिल की।

कहा जा रहा है कि नक्सली यहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे थे। नक्सलियों (Naxalites) ने यहां घटना को अंजाम देने के बाद मीटिंग भी की।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

गया जिले के बाराचट्टी वन क्षेत्र में बिहार पुलिस और कोबरा बटालियन की माओवादियों (Maoists) के साथ मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 3 लोग मारे गए हैं।

नक्सलियों की पहचान जगरगुंडा सुकमा निवासी मुचाकी भीमा, मीडियम लखमा और माड़वी भीमे के रूप में हुई है। माड़वी प्लाटून नंबर 1 की सदस्य है।

नक्सली अख्तर अंसारी उर्फ बादल गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना के लुप्पी गांव का रहने वाला है। उसके नक्सली बनने की वजह काफी अजीब है।

दरअसल पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई। पकड़े गए नक्सली (Naxalite) का नाम अशोक यादव बताया गया है।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों का नाम नंदा राम सोढ़ी, जटेल मरका और रंजिश मुचाकी है। इन नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था।

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ताजा मामला रामगढ़ थाना क्षेत्र के बांसडीह खुर्द पंचायत गांव के कोयल नदी पुल का है।

गिरिडीह जिले के पारसनाथ क्षेत्र को पहले नक्सलियों का अभेद किला माना जाता था। यहां के बीहड़ों की आड़ में नक्सलियों को ट्रेनिंग दी जाती थी।

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