Kargil War: हमारी खुफिया एजेंसी RAW ने टैप किया था मुशर्रफ का फोन! जानें क्या था मामला
कई सालों तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रह चुके शक्ति सिन्हा ने अपनी किताब 'Vajpayee: The Years That Changed India' में इस बात का खुलासा किया है।
कारगिल युद्ध से पहले भारत-पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा था? कैसे बढ़ा संघर्ष
Kargil War: 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद भी कई सैन्य संघर्ष होते रहे। दोनों देशों द्वारा परमाणु परीक्षण की वजह से भी तनाव और बढ़ गया था।
कारगिल युद्ध में चुनौतियां थीं बड़ी, पर सेना के हौसलों के आगे सारी हुईं पस्त
पाकिस्तान जिन पोस्टों पर था वहां से सैनिकों के मूवमेंट और स्ट्रैटजी को पहले ही जाना जा सकता था। पाकिस्तान ने कारगिल के ऊंचाई वाले सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया हुआ था।
Kargil War: जब 80mm की तोप से लैस तीन विमानों ने की थी ताबड़तोड़ बमबारी
सेना के सामने यही सबसे बड़ी चुनौती थी कि वे इन पोस्टों को अपने कब्जे में वापस कैसे ले। पाकिस्तान जिन पोस्टों पर था वहां से सैनिकों के मूवमेंट और स्ट्रैटजी को पहले ही जाना जा सकता था।
कारगिल लड़ाई में बोफोर्स तोपें सेना के खूब काम आई थीं, जानें इनकी खूबी
बोफोर्स तोपें 27 किलोमीटर की दूरी तक गोले दाग सकती हैं। हल्के वजन के वजह से इसे युद्धभूमि में कही भी तैनात करना और यहां-वहां ले जाना आसान होता है।
‘तिरंगे में लिपटकर लौटूंगा, पर वादा है कि दुश्मनों को भी जिंदा नहीं छोड़ूंगा’- जवान सुरेंद्र ने मां से कही थी ये बात
Indian Army: कुछ सैनिक ऐसे थे जो जंग के मैदान में शहीद हो गए थे। ऐसे ही एक जवान सुरेंद्र भी थे। सुरेंद्र ने अपने साथियों के साथ ऐसा हमला किया कि पाक के करीब 20 जवान मौके पर ही ढेर हो गए थे।
जन्मदिन विशेष: कारगिल युद्ध के हीरो थे कैप्टन विक्रम बतरा, मरणोपरांत मिला था परमवीर चक्र
आज यानी 9 सितंबर का दिन भारत के इतिहास का स्वर्णिम दिन है। साल 1974 में इसी दिन भारत के हीरो और करोड़ों देशवासियों के दिल में राज करने वाले विक्रम बतरा (Vikram Batra) ने जन्म लिया था।
Kargil War: भारत-पाकिस्तान की वह लड़ाई जिसकी तस्वीरें देश के घर-घर में पहुंचीं
Kargil War: कई तस्वीरें तो ऐसी थीं जिसमें जवान कंधों पर हथियार और सामान लादकर कई-कई किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई करते नजर आए थे।
वीर चक्र विजेता जयराम सिंह: मिला था तोलोलिंग पहाड़ी से दुश्मनों को खदेड़ने का काम, जानें कैसा था अनुभव
कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान कई सैनिकों ने अदम्य साहस का परिचय दिया था। अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर इन जवानों ने देशप्रेम और बहादुरी का परिचय दिया था।
कारगिल युद्ध के दौरान ऐसा था हवलदार मुश्ताक अली का अनुभव, आंखों के सामने साथियों ने तोड़ा था दम
'मेरी आंखों के सामने राजपूत रेजीमेंट के तीन जवान शहीद हो गए। उन दिनों सिर्फ मौत का खतरा मंडराया रहता था लेकिन देशसेवा का इससे बड़ा मौका हमें नहीं मिलने वाला था।'
Indian Army के जवान अपनाते हैं छापेमारी की रणनीति, दुश्मनों के उड़ जाते हैं होश
सेना द्वारा अबतक कई बार इस रणनीति का इस्तेमाल कर आतंकवादियों और पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर किया जा चुका है। यह कोई आसान रणनीति नहीं होती क्योंकि दुश्मन भी अपनी सुरक्षा के लिए चौकस रहते हैं।
Kargil War: युद्ध बंदी भारतीय सैनिकों को दी गईं यातनाएं, पाक ने कर दी थी जुल्म की हद पार
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में भीषण युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से पटखनी दी गई थी। पाकिस्तान को हराकर हमारे सैनिकों ने उन सैनिकों की शहदात का बदला लिया था
Kargil War: इन भारतीय जवानों पर पाकिस्तान की बर्बरता के चलते छिड़ी थी जंग
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया गया था। सेना (Indian Army) किसी भी विपरीत परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहती है।
…जब युद्ध से पहले ही पाक सैनिकों और आतंकियों ने कारगिल के ऊंचे इलाकों पर कर लिया कब्जा
पाकिस्तानी सेना कई गुना फायदे में थी, क्योंकि हमारे जवान नीचे से ऊपर की ओर चढ़ाई कर लड़ने आ रहे थे। दुश्मनों के पास पहुंचने के लिए कई-कई किलोमीटर चढ़ाई करनी पड़ी थी।
कारगिल युद्ध: भारत के लिए संकट मोचक बनकर उभरा था इजराइल
भारतीय सेना (Indian Army) ने जंग में दुश्मन का सामना करने के लिए मिराज विमानों में इजराइली किट का इस्तेमाल किया था, जिसे इजरायल (Israel) लिटनिंग लेजर डिजाइनर पॉड कहते हैं।
Kargil War: …जब इजरायल ने बड़ी ताकतों के दबाव के बावजूद की थी भारत की मदद
इजरायल (Israel) सीमा नियंत्रण और आतंकवाद का मुकाबला करने में प्रौद्योगिकी और अनुभव वाला देश है। इजरायल का बीते कई दशकों से फ्लीस्तीन के साथ सीमा विवाद चल रहा है।
कारगिल युद्ध: रूस ने की थी भारत की मदद, किए थे हथियार सप्लाई
Kargil War: किसी भी जंग को जीतने के लिए बेहतर क्वालिटी के हथियारों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे हथियार रूस के पास थे और उन्होंने हमें दिए।