दुश्मनों की नजर से बचने के लिए छिपने के अलग-अलग तरीके अपनाते हैं जवान, मौका मिलते ही टूट पड़ते हैं
Indian Army: जवान जंगलों में बंकर बनाकर रहते हैं। बंकर किसी भी हमले से तो बचाता ही है साथ ही दुश्मनों को इन बंकरों को ढूंढना भी आसास नहीं होता।
Kargil War 1999: कंधों पर हथियार और अन्य सामान रख रस्सियों के सहारे पहाड़ की चढ़ाई करते थे जवान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) में भारतीय सेना (Indian Army) ने दुश्मनों को भगा-भगाकर मारा था।
Kargil War: जंग के वक्त सैनिक को मदद कैसे मिल पाती है? नायक दीपचंद की जुबानी जानें उनका अनुभव
युद्ध में नायक दीपचंद ने भी हिस्सा लिया था। उन्होंने युद्ध से जुड़े उन दिनों के अपने अनुभव को साझा किया है। उन्होंने यह भी बताया था कि जंग के दौरान सैनिकों को खाने पीने की मदद कैसे मिल रही थी।
कारगिल युद्ध को पाकिस्तानी सेना ने क्या कोड नाम दिया था? यहां जानें
Kargil War 1999: इस युद्ध में पाकिस्तान ने न केवल अपने 700 सैनिक गंवा दिए बल्कि ऐसी मनोवैज्ञानिक मार भी खाई. जिससे वह आज तक उबर नहीं पाया है।
कारगिल युद्ध: दिन में रेकी होती थी और रात में जंग, ऐसा था पूर्व सैनिक दिनेश कुमार का अनुभव
Kargil War: कारगिल युद्ध में राजपूताना राइफल्स की वीरता बेमिसाल रही थी। कारगिल युद्ध लड़ चुके पूर्व सैनिक दिनेश कुमार ने अपने अनुभव को साझा किया है।
भारतीय सेना के लिए बंकर की है बेहद अहम भूमिका, इस तरह बचाता है दुश्मन से जान
बंकरों के माध्यम से किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना अपना मोर्चा संभाल सकती है। दुश्मनों की संदिग्ध हरकतों पर इसके जरिए तीखी नजर रखी जाती है।
7 जुलाई 1999: इसी दिन शहीद हुए थे कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा, ये थे उनके आखिरी शब्द
विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) का जन्म 9 सितंबर 1974 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर में घुग्गर गांव में हुआ था।
Kargil War: सैनिकों के लिए हर रात होती थी चुनौतीपूर्ण, दुश्मन को ऐसे बनाया जाता था टारगेट
दुश्मन की एक नजर पड़ते ही ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगती थी। दुश्मनों को रात में टारगेट किया जाता था ताकि उन्हें यह पता न चल सके कि आखिरकार अचानक हमला कहां से हो गया।
इस तरह हुआ कश्मीर दो भागों में विभाजित, जानें क्या थी वजह
एक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके दूसरा भारत के कब्जे वाला कश्मीर। इसके बाद 1950 में भारत-पाक विषम परिस्थितियों में थे, तो मौके का फायदा उठाकर चीन ने पूर्वी कश्मीर पर धीरे-धीरे नियंत्रण कर लिया।
छत्तीसगढ़: कारगिल युद्ध में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले रुद्रेश्वर साहू का निधन, अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सका फौजी बेटा
परिवार की बेटियों और बहुओं ने रुद्रेश्वर (Rudreshwar Sahu) के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और उन्हें मुखाग्नि दी। यह देखकर वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे।
Indian Army की शान है पैराशूट रेजिमेंट, जानें कैसे कारगिल युद्ध में निभाई थी अहम भूमिका
भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी के बाद अपनी थलसेना, वायुसेना और नौसेना मिली। सेना आजादी के बाद लड़े गए हर युद्ध में अहम भूमिका निभाते हुए दुश्मनों से टक्कर ली और जीत भी दिलाई।
Kargil War: मश्कोह घाटी में पाक घुसपैठियों को खदेड़ने वाले शहीद वीरेंद्र सिंह की कहानी, दुश्मनों को ऐसे सिखाया था सबक
कारगिल युद्ध (Kargl War) में भारत ने पाकिस्तान को हराकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। भारत ने दिखा दिया था कि उनकी जमीन पर कब्जा करने की चाह रखने वालों को किस तरह से नेस्तनाबूद किया जाएगा।
13 जून 1999: कारगिल युद्ध के दौरान इसी दिन गूंजा था विजय या वीरगति का नारा, तोलोलिंग चोटी पर फहराया था परचम
भारतीय सेना (Indian Army) ने अपने शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए तोलोलिंग चोटी को जीत लिया था, जिससे युद्ध की बाजी पलट गई थी।
Kargil War: पाकिस्तान को 1965 और 1971 की लड़ाई से भी ज्यादा हुआ था नुकसान, भारतीय सैनकिों ने इतने दुश्मनों को किया था ढेर
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए भीषण कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान इंडियन आर्मी (Indian Army) ने बहादुरी की मिसाल पेश की थी।
Kargil War: महज 17 साल की उम्र में सेना में हुए थे भर्ती मनजीत सिंह, एक साल बाद हो गए शहीद
पाकिस्तान (Pakistan) के साथ हुई 1999 की कारगिल की लड़ाई (Kargil war) में भारतीय सैनिकों को डंका बजा था। पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मुंह की खानी पड़ी थी।
कारगिल युद्ध: जन्मदिन पर आने का किया था वादा, पहले ही देश के लिए शहीद हुआ ये जवान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में इंडियन आर्मी (Indian Army) ने पाक सेना को बुरी तरह से हराया था।
Kargil War 1999: …जब घुसपैठियों ने खुद को कई महत्वपूर्ण और सुरक्षित स्थानों पर छिपा लिया, ऐसे किया गया ट्रैक
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) की रणनीति और सूझबुझ के चलते दुश्मन पस्त हो गए थे।