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Kargil War: युद्धबंदी बनाए जाने के बाद 22 दिनों तक बेहद ही दर्दनाक यातनाएं दी गईं। इनके शरीर पर लगातार सिगरेट दागी गईं।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में भीषण युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से पटखनी दी गई थी। पाकिस्तान को हराकर हमारे सैनिकों ने उन सैनिकों की शहदात का बदला लिया था जिन्हें युद्ध शुरू होने से पहले पाकिस्तानी सेना ने यातनाएं दी थीं।
जाट रेजीमेंट के कैप्टन सौरभ कालिया और उनके पांच साथियों अर्जुन राम, भंवर लाल, बीका राम, मूला राम और नरेश सिंह इस युद्ध में अमरता प्राप्त करने वाले बहादुरों में सबसे आगे रहे थे।
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इन सैनिकों के साथ पाकिस्तान ने अच्छा नहीं किया और इन्हें घोर यातनाएं सहनी पड़ी। दरअसल युद्ध से पहले ये सभी सैनिक कारगिल के समीप स्थिति का जायजा लेने गए थे तभी पाकिस्तानी सैनिकों ने इन्हें पकड़ लिया था।
युद्धबंदी बनाए जाने के बाद 22 दिनों तक बेहद ही दर्दनाक यातनाएं दी गईं। इनके शरीर पर सिगरेट दागी गईं। पाकिस्तानी सैनिकों ने किसी को भी नहीं छोड़ा और सभी युद्ध बंदी भारतीय सैनिकों पर जुल्म किया गया।
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नाक, कान व होंठ काटे गए, अंगुलियां काटी गई। ऐसे में पाकिस्तान को सबक सिखाना भारत के लिए जरूरी हो गया था। यही वजह थे कि देशवासी तो गुस्से में थे ही साथ ही में टॉप लीडर्स भी काफी गुस्से में थे। अंतत: युद्ध हुआ और पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया गया।
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