JHARKHAND

झारखंड (Jharkhand) में नक्सली 16 से 22 नवंबर तक दमन विरोधी सप्ताह मनायेंगे। इस दौरान नक्सलियों के मूवमेंट के मद्देनजर जिलों के अलावा रेल को अलर्ट कर दिया गया है।

झारखंड में चतरा जिला पुलिस ने 9 सितंबर को नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी (TSPC) के एरिया कमांडर निशांत सहित दो शूटरों को लोबगा हर्षनाथपुर के जंगलों से धर दबोचा।

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है।

झारखंड की चतरा (Chatra) पुलिस को एक दिन में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। हंटरगंज पुलिस ने छापामारी अभियान चलाकर माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य राजेश सिंह भोक्ता को गिरफ्तार किया है।

झारखंड (Jharkhand) में चुनाव करीब आते ही नक्सली गतिविधियं बढ़ गई हैं। इस बीच टीएसपीसी नामक एक नये संगठन की सक्रियता पतरातू और आस-पास के इलाकों में दर्ज की जा रही है।

झारखंड में नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम, 10 किलो का केन बम बरामद, बड़ा हादसा टला।

झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्य तेजी से चल रहा है। इन इलाकों में विकास की योजनाएं पहुंचाकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की सरकार की पूरी कोशिश है।

झारखंड (Jharkhand) का पाकुड़ जिला जहां रोजगार का कोई भी साधन नहीं है। जंगल-झाड़ और बंजर जमीन के साथ-साथ समुचित रोजगार का संसाधन नहीं होने के कारण यहां के लोगों के लिए बेरोजगारी एक श्राप बनकर रह गई थी।

कुख्यात पूर्व नक्सली कुंदन पाहन (Kundan Pahan) ने एनआईए कोर्ट (NIA Court) से झारखंड (Jharkhand) में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी है।

झारखंड के जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या समेत नक्सली हिंसा के कई मामलों में वांटेड नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश का दस्ता एक बार फिर पूर्वी सिंहभूम जिले में सक्रिय चुका है।

झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित रामगढ़ से पुलिस ने नक्सली संगठन से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की।

पुलिस के समक्ष सरेंडर करना ही नक्सलियों के पास अब एकमात्र विकल्प रह गया है। नक्सलियों को सरकार और प्रशासन का प्रस्ताव मान लेना (Chatra) चाहिए।

झारखंड के चतरा (Chatra) में पुलिस एवं टीपीसी नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, सैकड़ों राउंड गोलियां

नक्सल प्रभावित गांव में रहने वाली महिलाओं ने दिखाई अपनी ताकत, झारखंड लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी द्वारा दिया गया पशु सखी का प्रशिक्षण। 

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले से सटे पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सीमावर्ती नक्सल इलाकों में तीनों राज्यों की पुलिस ने नक्सलवाद पर लगाम लगाने के लिए पूरी तैयारी में है।

गांव के लोगों को एहसास होने लगा कि नक्सली सिर्फ उनका इस्तेमाल कर रहे हैं और बदले में उन्हें छल रहे हैं। इसके बाद इन गांवों के लोगों ने नक्सलियों का विरोध करते हुए उन्हें गांव से ही भगा दिया।

झारखंड (Jharkhand) हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की सरेंडर पॉलिसी पर सवालिया निशान लगाया है। राज सरकार ने पूछा है कि...

यह भी पढ़ें