Jharkhand: राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली सक्रिय, आकाश-दस्ते पर पुलिस की कड़ी नजर

झारखंड के जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या समेत नक्सली हिंसा के कई मामलों में वांटेड नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश का दस्ता एक बार फिर पूर्वी सिंहभूम जिले में सक्रिय चुका है।

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झारखंड के जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या समेत नक्सली हिंसा के कई मामलों में वांटेड नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश का दस्ता एक बार फिर पूर्वी सिंहभूम जिले में सक्रिय चुका है।

झारखंड (Jharkhand) के जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या समेत नक्सली हिंसा के कई मामलों में वांटेड नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश का दस्ता एक बार फिर पूर्वी सिंहभूम जिले में सक्रिय चुका है। इस सूचना के बाद जिला पुलिस सतर्क हो गई है और दस्ते को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गई है।

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झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली सक्रिय

झारखंड (Jharkhand) में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस नक्सली दस्ते को काबू करने के लिए खास प्लान बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भी दस्ते के खिलाफ पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने जिले के सीमावर्ती इलाके में बंगाल पुलिस के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया था। इसके कारण दस्ते के सदस्यों ने सरायकेला-खरसावां, सिंहभूम के सारंडा और खूटी जिले के बार्डर इलाके में ठिकाना बना लिया था और इलाके में सक्रिय नक्सली दस्ते के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।

फिलहाल इस दस्ते की सक्रियता दलमा, पटमदा, गालूडीह और बंगाल से सटे सीमा क्षेत्र में बढ़ी है। पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला, गालूडीह, एमजीएम, पटमदा और बोड़ाम इलाका नक्सल प्रभावित है। यहां सीआरपीएफ की चार कंपनियों की मदद से लगातार सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का भी सहयोग लिया जा रहा है। कोल्हान डीआइजी कुलदीप द्विवेदी की अध्यक्षता में 8 और 9 नवंबर को जमशेदपुर में झारखंड, बंगाल और ओडिशा पुलिस की संयुक्त बैठक होगी।

इस बैठक में झारखंड (Jharkhand) के जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां और सिंहभूम, बंगाल के पुरुलिया, बलरामपुर, मिदनापुर, झाड़ग्राम, ओडिशा के मयूरभंज, बारीपदा, गुरुमर्षिनी और क्योंझर पुलिस शामिल होगी। इसमें नक्सली गतिविधि और अपराधियों पर कार्रवाई को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ ही नक्सल प्रभावित इलाके के लिए पुलिस ने वीआइपी सेल का गठन किया है। वीआइपी और नेताओं को सलाह दी गई है कि नक्सल इलाके में जाने से पहले इसकी सूचना पुलिस को जरूर दें ताकि सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराया जा सके।

पढ़ें: एसटीएफ (STF) ने मुठभेड़ के दौरान भाग निकले नक्सली को दबोचा

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