Indian Army

हथियार भी उतने एडवांस नहीं थे जितना चीनी सैनिकों के पास थे। हालांकि इस युद्ध में सेना के कई जवानों ने हैंड टू हैंड फाइट कर कई चीनी सैनिकों को ढेर किया था।

पहली बार भारतीय सेना ने एलओसी (LoC) पर महिला सैनिकों की तैनाती की है। ये महिला सैनिक असम राइफल्स की हैं।

इस हमले में 2 अधिकारियों समेत 32 साल के अनुज सैनी शहीद हुए। मीडिया से बात करते हुए अनुज के पिता चंद्र किरण सैनी ने बताया कि सोमवार रात करीब 12 बजे नक्सली हमला हुआ था।

किरंदुल थाने और डीआरजी को ये जानकारी मिली थी कि नक्सलियों ने हिरोली-पिरनार के रास्ते में विस्फोटक लगाया है, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया और तीनों आईईडी विस्फोटक को बरामद कर लिया गया।

आतंकियों की कायरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जवान की कार को भी आग लगा दी। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद पुलिस और सेना मौके पर पहुंची।

दुश्मनों ने 6500 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति चोटिंयों पर कब्जा जमा लिया था। ग्‍लेशियर पर बर्फं ने पाकिस्‍तानी घुसपैठियों की स्थिति को बेहद मजबूत कर दिया था।

चीनी सेना के हमले में गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन के ज्यादातर जवान शहीद हो गए थे। जसवंत सिंह अकेले ही 10 हजार फीट ऊंची अपनी पोस्ट डटे हुए थे।

भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों के भर्ती को लेकर नेपाल से समझौता किया हुआ है। इसी के तहत गोरखाओं की भर्ती आर्मी में होती है।

लड़ाई में भारतीय सेना लाहौर तक पहुंच चुकी थी लेकिन बॉर्डर पर ही रुक गई। सेना चाहती तो पाकिस्तानी के कई इलाकों पर कब्जा कर सकती थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

22 साल के बेटे को तिरंगे में लिपटा देख पिता अपने आंसू नहीं रोक सके। उधर उनकी मां समेत पूरे परिवार का रो रो कर बहुत बुरा हाल हो गया था।

नियंत्रण रेखा पर पिछले दो महीने के भीतर 7 भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं। वहीं इस साल अब तक पाकिस्तान (Pakistan) 2700 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है।

धारचूला में सैनिकों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों को निकाला है। स्थानीय लोगों को रसद और चिकित्सा सहायता भी दी गई।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूंछ सेक्टर पाकिस्तान की ओर से किए गए सीजफायर उल्लंघन (Ceasefire Volation) में हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर का जवान शहीद हुआ है। शहीद की पहचान रोहन कुमार (Martyr Rohin Kumar) को तौर पर हुई है।

पाकिस्तान ने 31 जुलाई देर रात पुंछ के मेंढर सेक्टर को निशाना बनाते हुए सीजफायर का उल्लंघन (Ceasefire Violation) किया। इस गोलीबारी में भारतीय सेना (Indian Army) का एक जवान शहीद हो गया।

नेपाल की सरकार अब भारतीय सेना में गोरखा जवानों की भर्ती को लेकर हुए समझौते की समीक्षा करने जा रही है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदाप कुमार ज्ञावली ने भारत नेपाल के बीच 1947 में हुए इस समझौते को पूरी तरह बेकार करार दे दिया है।

पाकिस्तान 1965 में लड़े गए युद्ध में खुद को जीता हुआ मानता है। वह इसका लगातार जश्न भी मानाता आ रहा है जो कि झूठ पर आधारित है।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के बहुत बड़ी साजिश रची थीं जिसे जवानों ने हर मोर्चे पर फेल कर दिया था।

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