1965 के युद्ध में मोहम्मद शफीक और मोहम्मद नौशाद का बजा था डंका, पाक की अमेरिकी जीप पर किया था कब्जा

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के बहुत बड़ी साजिश रची थीं जिसे जवानों ने हर मोर्चे पर फेल कर दिया था।

Kargil War 1999

फाइल फोटो

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के लिए बहुत बड़ी साजिश रची थी जिसे जवानों ने हर मोर्चे पर फेल कर दिया था।

पाकिस्तान और भारत के बीच 1965 में युद्ध लड़ा गया था। 22 दिनों तक चले इस युद्ध में पाकिस्तान को भारत ने पटखनी दी थी। देश के वीर जवानों ने ऐसा शौर्य दिखाया था जिसके आगे दुश्मन घुटने टेकने पर मजबूर हो गए थे। 6 सितंबर, 1965 को भारतीय सेना ने वेस्टर्न फ्रंट पर अंतरराष्ट्रीय सीमा को लांघा था। ऐसा करते ही आधिकारिक तौर पर युद्ध की घोषणा हो गई थी।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के लिए बहुत बड़ी साजिश रची थी जिसे जवानों ने हर मोर्चे पर फेल कर दिया था। दुश्मनों ने 8 सितंबर, 1965 को खेमकरण सेक्‍टर के उसल उताड़ गांव पर धावा बोल दिया था। ये हमला पैदल सैन्य टुकड़ी और पैटन टैंक के साथ किया गया था। कश्मीर हड़पने का पाक सेना का यह एक बड़ा ही दुस्साहसी प्लान था।

ये भी पढ़ें: 1947 में कश्मीर हड़पने आया था PAK लेकिन भारतीय सेना के इस ‘हीरो’ ने बुरी तरह खदेड़ा

युद्ध के दौरान वीर अब्दुल हमीद की तैनाती पंजाब के तरनतारण जिले के खेमकरण सेक्टर में थी। उन्होंने इस दौरान दुश्मन के टैंकों पर बारीकी से नजर बनाते हुए कई टैंकों को खाक कर दिया था। हालांकि, युद्ध के दौरान वह शहीद हो गए थे जिसके बाद पाक सेना का मनोबल बढ़ गया था। पाकिस्तानी सेना के जवान भारत के खिलाफ और आक्रमक हो रहे थे लेकिन दो सैनिकों ने ऐसा नहीं होने दिया।

इनके नाम मोहम्मद शफीक और मोहम्मद नौशाद थे। दोनों सेना की 4 ग्रेनेडियर्स विंग के जवान थे। शफीक और नौशाद दोनों ने एक साथ सेना ज्वॉइन की थी और दोनों जिगरी दोस्त थे। युद्ध के दौरान अमृतसर की तरफ बढ़ रही पाक की सेना को रोकने के लिए दोनों घात लगाए बैठे थे। उन्होंने तय किया था कि पाक सेना जब उनकी रेंज में आएगी तभी हमला किया जाएगा। जैसे ही पाक सेना रेंज में आई दोनों ने एलएमजी से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी और कई पाक सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया।

गोलीबारी होता देख पाक जवान तितर-बितर हो गए। पाकिस्तानी ब्रिगेड के कमांडर ए.आर.शमीम और पाकिस्तान के फर्स्ट आर्म्ड डिविजन के मेजर जनरल नासिर अहमद खान मारे गए। इस दौरान दोनों ने पाकिस्तान की अमेरिकी जीप पर कब्जा कर लिया।

ये भी पढ़ें: भारत और पाकिस्तान के बीच पहला युद्ध क्यों और कब हुआ?

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें