Indian Army

पूरे मैच के दौरान उनकी निगाहे जाकिर को ढूंढ रही थीं लेकिन वो नदारद था। उनके दिमाग में अजीब से ख्याल आ रहे थे। शायद बीमार तो नहीं हो गया या फिर नूरपुरा वालों ने उसे मुखबिर करार दे कर अलग तो नहीं कर दिया।

India Pakistan Kashmir Issue: आजादी के तुरंत बाद कश्मीर के राजा ने भी भारत के साथ विलय को मंजूरी दी थी, और फिर पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 के बीच कश्मीर को लेकर भीषण युद्ध (War  of 1948)  छिड़ा था। भारतीय सेना (Indian Army) ने इस युद्ध मे पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था।

पाकिस्तान और भारत के बीच 1965 में भीषण युद्ध (War of 1965) लड़ गया था। चीन से 1962 में हार के बाद पाकिस्तान भारत को कमजोर समझ रहा था। पाकिस्तान ने सोचा था कि चीन से मिली करारी हार के बाद भारत कमजोर है।

सैन्य मोर्चे पर हमारे सैनिक कमजोर थे। वे तैयार नहीं थे, उन्हें सरहद पर भेजा गया। उनके पास दूसरे विश्वयुद्ध के दौर की बंदूकें थीं, चीनियों के पास एके-47 थीं।

एक तरफ खुद को आतंक पीडित बताकर पाकिस्तान एफएटीएफ से बचता आ रहा है। ये पूरी तैयारी पाकिस्तानी हुकूमत ने आईएसआई और सेना के साथ मिलकर की है।

भारतीय सेना (Indian Army) की इस टुकड़ी का नाम है मास्टर इंटीग्रेडट बैटल ग्रुप और ये अगले साल भारतीय सेना का हिस्सा बन जाएगी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध (War of 1965) लड़ा गया। युद्ध में भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना पर भारी पड़ी। भारत को जीत हासिल हुई और पाकिस्तान एक बार फिर हार कर घुटनों पर बैठने पर मजबूर हुआ।

भारत और चीन के बीच बीते एक साल से लद्दाख में गतिरोध जारी है। हालांकि दोनों देशों के बीच हुई कई दौर की बातचीत के बाद तनाव पहले से कुछ कम हुआ है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में लड़े गए भीषण युद्ध (War of 1965) में भारतीय वीर जवानों के शौर्य और पराक्रम के आज भी चर्चे होते हैं। पाकिस्तानी सेना को हमारे जवानों ने भगा-भगाकर मारा था।

पुंछ के पास स्थित बॉर्डर पर पाकिस्तान (Pakistan) बड़ी संख्या में सेना के अतिरिक्त जवानों को तैनात कर रहा है और हथियारों की संख्या को भी बढ़ा जा रहा है।

इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जिले में करीब 20 हजार रिटायर्ड जवान मौजूद हैं। 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान तो इस जिले का योगदान भुलाया नहीं जा सकता।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए भीषण कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान इंडियन आर्मी (Indian Army) ने बहादुरी की मिसाल पेश की थी।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी इस बात की पुष्टि करते हुये बताया कि सेना (Indian Army) के जवान ने पीओके के एक नौजवान को हिरासत में लिया है।

प्रभजोत सिंह (Prabhjot Singh) 6 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे और उनकी शादी करीब 5 महीने पहले हुई थी। ड्यूटी के दौरान बम फटने की वजह से उनकी मौत हुई है।

सिपाही अरुण सिंह (Arun Singh) शुक्रवार को सेधाउ से तंगीमार्ग की ओर गश्त पर निकले थे। इस दौरान वह एक लकड़ी के पुल को पार करते समय अचानक से फिसल कर नीचे बह रही विश्वा नदी में गिर गये।

पाकिस्तान (Pakistan) के साथ हुई 1999 की कारगिल की लड़ाई (Kargil war)  में भारतीय सैनिकों को डंका बजा था। पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मुंह की खानी पड़ी थी।

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