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Kargil War: पाकिस्तानी सैनिकों को एक-एक कर मार गिराकर सेना ने 1999 में कारगिल फतह किया। युद्ध की शुरुआत 8 मई 1999 से हुई थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए भीषण कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान इंडियन आर्मी (Indian Army) ने बहादुरी की मिसाल पेश की थी। युद्ध में पाकिस्तान (Pakistan) को धूल चाटनी पड़ी थी। पाकिस्तानी सेना को बुरी तरह से हराकर हमारे वीर सपूतों ने दिखा दिया था कि भारत माता के खिलाफ आंख उठाने वालों को सिर्फ मौत ही मिलती है।
इस युद्ध में पाकिस्तान को चौतरफा नुकसान झेलना पड़ा था। कश्मीर हड़पने आया पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिक सका। भारतीय सैनिकों का जज्बा और पराक्रम देख दुश्मन देश आज भी कांप उठता है।
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पाकिस्तानी सैनिकों को एक-एक कर ढेर कर सेना ने 1999 में कारगिल फतह किया। युद्ध की शुरुआत 8 मई, 1999 से हुई थी। पाकिस्तानी फौजियों और कश्मीरी आतंकियों को कारगिल की चोटी पर देखा गया था। वहीं, 14 जुलाई, 1999 को दोनो देशों ने कारगिल पर अपनी कार्यवाही रोक दी थी। युद्ध में पाकिस्तान के 2700 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे।
पाकिस्तान को 1965 और 1971 की लड़ाई से भी ज्यादा नुकसान हुआ था। 26 जुलाई को भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता हुआ था। कारगिल युद्ध (Kargil War) को हर साल 26 जुलाई के दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। युद्ध में तोपखाने से 2,50,000 गोले और रॉकेट दागे गए थे। 300 से अधिक तोपों, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों ने रोज करीब 5,000 बम फायर किए थे।
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बता दें कि 26 जुलाई, 1999 के दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम देकर घुसपैठियों को खदेड़ गया था। इसी की याद में ’26 जुलाई’ हर वर्ष ‘कारगिल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
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