War of 1971: पाकिस्तानी सेना के सरेंडर के बाद हजारों बंदूकें और तोप किए गए थे जब्त
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध (War of 1971) में हमारी सेना ने एकतरफा जीत हासिल की थी। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा था।
War of 1971: सूबेदार मेजर अमर सिंह की बहादुरी की कहानी, दुश्मन को सामने देखते ही उतार देते थे मौत के घाट
युद्ध में हिस्सा लेने वाले जवान गांव नाहड़ निवासी सूबेदार मेजर अमर सिंह भी शामिल हुए थे। उन्होंने बताया है कि वे कैसे जंग के मैदान में लड़े थे।
Indian Army की टूटू रेजीमेंट बेहद गोपनीय तरीके से करती है काम, जानें चीन के खिलाफ क्यों है ये अहम
चीन को जब-जब सबक सिखाने की जरूरत महसूस हुई है इस रेजीमेंट के जवानों ने बखूबी अपना काम किया है। यही वजह है कि इसे अन्य रेजीमेंट से बेहद ही अलग माना जाता है।
भारतीय सेना की बिहार रेजीमेंट का नाम सुनते ही कांप उठते हैं दुश्मन, जानें इसकी खासियतें
बिहार रेजीमेंट (Bihar Regiment) भारतीय सेना (Indian Army) का एक बेहद ही अहम हिस्सा है। बिहार रेजीमेंट के जवान घुसैपठ को नाकाम करने और मौके पर मोर्चा संभाल कर स्थिति को अपने कंट्रोल में लेने में माहिर होते हैं।
Indian Army Recruitment 2021: भारतीय सेना में निकली बंपर भर्ती, यहां देखें डिटेल्स
Indian Army Recruitment 2021: भारतीय सेना में जाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए सुनहरा मौका है। आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में 16 अगस्त से 31 अगस्त तक सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जाएगा।
War of 1965: छाती से बम बांधकर उड़ा दिया था अमेरिकी टैंक, जानें शहीद विजय सिंह की बहादुरी की कहानी
War of 1965: युद्ध में एक वक्त ऐसा भी आया जब हमारे एक वीर सपूत ने छाती पर बम बांधकर दुश्मनों को खाक कर दिया और खुद देश के लिए शहीद हो गए।
War of 1965: भारत को कच्छ और कश्मीर में एक साथ उलझा देना चाहता था Pak! सेना ने दुश्मन की कमर ही तोड़ दी
भारत 1962 में चीन के खिलाफ युद्ध (War of 1965) में बुरी तरह से हारा था। चीन से युद्ध के तीन साल बाद पाकिस्तान ने भारत को कमजोर समझते हुए बड़ी भूल कर दी थी।
Military Police Recruitment 2021: गोरखा समुदाय की महिलाओं की भर्ती में हुआ बड़ा बदलाव, यहां जानें डिटेल्स
भारतीय सेना (Indian Army) ने महिला मिलिट्री पुलिस की हालही में जो भर्ती (Military Police Recruitment) निकाली थी, उसके नियमों में कुछ बदलाव हुआ है।
जम्मू कश्मीर: भारतीय सेना के इस जवान की हर तरफ हो रही तारीफ, अपने खून से बचाई स्थानीय महिला की जान
सैन्य अधिकारी के मुताबिक, जीवन बचाने के सैनिक के साहसिक काम ने सेना और अवाम के बीच संबंध को और मजबूती प्रदान करने का काम किया है।
War of 1948: जब कश्मीर में पाकिस्तानी कबायलियों ने कलमा पढ़ने वालों को मारी गोली, जानें पूरी कहानी
भारत और पाकिस्तान बंटवारे के बाद 1948 में जंग (War of 1948) के मैदान में आमने-सामने थे। भारत और पाकिस्तान का 1947 के में विभाजन हो गया था।
War of 1971: ‘मरकर’ जिंदा हुए थे लांस नायक श्रीपति सिंह, जानें ‘वीर चक्र’ से सम्मानित होने वाले इस जवान की कहानी
अस्पताल तक पहुंचने के से पहले उन्होंने बहादुरी की मिसाल पेश कर दी थी। उन्होंने 9 दिसंबर के दिन वीरता दिखाते हुए पाकिस्तान के सेवर जेट विमान को रोके रखा था।
Punjab: गलवान घाटी में शहीद जवान के परिवार की सरकार से शिकायत, एक साल बाद भी नहीं पूरा हुआ वादा
गलवन घाटी झड़प (Galwan Valley Violence) के एक साल पूरे हो चुके हैं। इस हिंसक झड़प में पंजाब के चीमा के नजदीकी गांव तोलावाल के गुरबिंदर सिंह शहीद हो गए थे।
दिल्ली: 2 दिनों तक चलेगी सेना की कमांडर कॉन्फ्रेंस, पाकिस्तान और चीन से सटी सीमा पर हो सकती है चर्चा
हर 6 महीने में आर्मी की ये कमांडर बैठक बुलाई जाती है। जिसमें सेना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाती है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में ऑपरेशनल क्षमताओं पर विशेष बातचीत होगी।
श्रीनगर में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़, एक आतंकी हुआ ढेर
श्रीनगर के नौगाम इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस बीच जवानों ने एक आतंकी (Terrorist) को मार गिराया है
War of 1962: जब भारतीय वीरों ने चीनी सैनिकों को मार भगाया, गोलियां खत्म हुई तो दुश्मनों से किया ‘हैंड टू हैंड’ फाइट
चीनी सेना भारत से 'हैंड टू हैंड' में मुकाबला नहीं कर पाई थी। इसमें कई चीनी सैनिक ढेर हुए थे। हमारे जवानों ने बेहद धारधार हथियार खुखरी का इस्तेमाल किया था।
War of 1971: जब लद्दाख के सुदूर उत्तर में स्थित 4 गांवों पर सेना ने किया कब्जा, आज तक भरे नहीं युद्ध के जख्म
युद्ध के 50 साल बाद भी इस गांव के लोग अपने लोगों से नहीं मिल पाए हैं, क्योंकि कब्जे के बाद पाक में रहने वाले और इन गांव में रहने वाले लोगों का संपर्क समाप्त हो गया।
गलवान घाटी में शहीद जवानों की बहादुरी को देश हमेशा याद रखेगा- सेना प्रमुख
सेना (Indian Army) ने एक बयान में कहा, ‘‘देश उन वीर सैनिकों का हमेशा आभारी रहेगा, जिन्होंने अत्यधिक ऊंचाई वाले सबसे कठिन इलाकों में लड़ाई लड़ी और राष्ट्र की सेवा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।’’