War of 1965: भारत मिटा सकता था पाकिस्तान का नामो-निशान, पर संघर्ष-विराम का प्रस्ताव किया मंजूर
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में लड़ी गई जंग (War of 1965) बेहद ही खौफनाक थी। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर फेल कर दिया था।
1948 का युद्ध: नौशेरा से राजौरी की तरफ जाने वाली 26 माइल्स रोड पर बिछी थीं लैंड माइन्स, ये है पूरी घटनाक्रम
हमारे जवानों ने बेहद ही बहादुरी के साथ लैंड माइन्स को पूरा का पूरा साफ करवाकर ही दम लिया था। दरअसल इन माइन्स को हटाना इसलिए जरूरी था।
सियाचिन हिमखंड पर भारत और पाक सैनिकों के बीच हुई थी भिड़ंत, जानें पूरा मामला
Indian Army: दुनिया के सबसे ठंडे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तापमान माइनस 40 से 70 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। आम इंसान का यहां जीना मुश्किल होता है।
Indian Army ने Cyclone ‘Yaas’ से आई तबाही के बीच बचाई सैकड़ों लोगों की जान, देखें PHOTOS
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान देश में प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने के लिए भी हमेशा तैयार रहते हैं। बाढ़, भकूंप, बादल फटने की त्रासदी या चक्रवात से हुए नुकसान के बाद ये जवान जीवन रक्षक के रूप में सामने आते हैं।
जम्मू-कश्मीर: अवंतीपोरा पुलिस ने 6 भटके नौजवानों को आतंकी बनने से रोका, पुलिस ने आतंकियों के 7 सहयोगियों को भी पकड़ा
अवंतीपोरा पुलिस ने एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया है। जवानों ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया साथ ही आतंकियों (Militants) के 7 सहयोगियों को भी हिरासत में लिया है।
War of 1971: कर्नल अशोक तारा ने बचाई थी बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की जान, जानें कैसे
पाकिस्तान के घुटने टेकने के बाद कर्नल अशोक तारा को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि उन्हें बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की पत्नी और उनके परिवार को बचाना है।
War of 1971: …जब पाकिस्तान ने अपना ही जहाज मार गिराया, कर दी थी बड़ी गलती
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के बीच लड़ा गया युद्ध (War of 1971) इंडियन आर्मी (Indian Army) की शौर्यगाथा को बयां करता है। इस युद्ध में हमारी सेना ने पाकिस्तान को तहस-नहस कर दिया था।
Army से जुड़े इन सवालों के जवाब जानते हैं आप? हैरान कर देंगी ये बातें
सेना (Army) में जाने के इच्छुक युवाओं को काफी पहले से ही तैयारी करनी पड़ती है। इसमें फिजिकल टेस्ट के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी होती है। परीक्षा में जनरल नॉलेज विषय में जैसे, इतिहास, खेल, अर्थवयवस्था और विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।
Indian Army SSC Recruitment 2021: भारतीय सेना में जाने का बड़ा मौका, 2 लाख 50 हजार तक सैलरी
Indian Army Recruitment: भारतीय सेना में नौकरी करने का सपना हर देशप्रेमी देखता है। अगर आप भी भारतीय सेना का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो एक बड़ा मौका है।
श्रीलंकाई मालवाहक जहाज में लगी आग बुझाने में जुटी भारतीय सेना, बचाव अभियान में भारत के जहाज शामिल
रसायन लेकर जा रहे एक श्रीलंकाई मालवाहक जहाज (Shri Lankan Cargo Ship) में आग लगने के सात दिन बाद भी उसे बुझाने के लिए मशक्कत जारी है। अब इस मालवाहक जहाज पर लगी आग को बुझाने में भारतीय सेना (Indian Army) जुट गई है।
1971 का युद्ध: भारत की जीत के ये थे मुख्य कारण, पाकिस्तान को हुआ था भारी नुकसान
युद्ध में जीत के लिए सैन्य बल के अलावा अन्य कई कारक महत्वपूर्ण होते हैं इस युद्ध में भी सभी काम आए। बाकी का काम Indian Army ने कर दिया था।
War of 1948: संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के बाद हुआ कराची समझौता, जानें क्या था ये
आजादी के बाद पाकिस्तान हमसे अलग होने के बाद किसी भी हाल में कश्मीर को अपना बनाना चाहता था। पाकिस्तान के ख्वाहिश आज भी ज्यों की त्यों है।
Cyclone ‘Yaas’ से हो रही तबाही के बीच राहत कार्य में जुटी Indian Army, देखें PHOTOS
चक्रवात यास (Cyclone Yaas) 25 मई की शाम को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। इस बीच भारतीय सेना (Indian Army) की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुट गई हैं।
चीन से जारी गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने LAC पर 5 साल के काम को एक साल में पूरा किया
किसी भी काम को तनाव के बीच कैसे जल्दी और परफैक्ट तरीके से किया जा सकता है, भारतीय सेना (Indian Army) इसका ताजा उदाहरण हैं।
Indian Army की वो रेजीमेंट जिसने दिलाया देश को पहला परमवीर चक्र, जानें कैसे 1948 में लहराया था परचम
भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 में कश्मीर को लेकर हुए युद्ध में भारतीय सेना का जलवा देखने को मिला था। भारतीत सेना ने युद्ध के मैदान में ऐसा हल्ला बोला था जिसे याद कर दुश्मन देश आज भी थर-थर कांप उठता होगा।
War of 1971: दुनिया ने देखा था Indian Army के सामने Pak सेना के 93 हजार जवानों के घुटने टेकने का मंजर
खचाखच भरे रेसको र्स स्टेडियम में ढाका की जनता इस ऐतिहासिक दृश्य को अपनी आंखों से देख रही थी। भारतीय सेना ने मुक्तिवाहिनी के साथ मिलकर पाकिस्तान को हराया था।
कारगिल युद्ध: परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडे के ये थे आखिरी शब्द, गजब की थी देशभक्ति
Kargil War: गोली लगने के बाद भी मनोज के सिर पर दुश्मनों के खात्मे की धून सवार थी। गोलियों ने उनका पूरा सिर ही उड़ा दिया और वो जमीन पर गिर गए।