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पिछले कुछ महीनों से नक्सलियों के द्वारा सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए गोरिल्ला तकनीक से हमला करने की घटनायें बढ़ी हैं। नक्सली आमने-सामने की लड़ाई को छोड़कर सुरक्षाबलों पर छिप कर वार कर रहे हैं।

गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि तुलसी संरक्षित जंगल में करीब 30 से 40 नक्सली मौजूद थे, जिसमें करीब 5 नक्सल कैडर थे। ये नक्सली पिछले दो दिन से यहीं शिविर डालकर रह रहे थे।

पुलिस अधिकारी के ने आगे बताया कि इस दुर्घटना में घायल आठ पुलिसकर्मियों (Policemen) को मामूली चोट आई है और वहीं गंभीर रूप से घायल चार पुलिसकर्मियों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

नैमेड और मिरतूर थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने पांच नक्सलियों कमलू ओयाम (23), मनीष कलमूम (26), गुड्डु हेमला (30), बिज्जा उर्फ बीजा कड़ती (47) और मुड़ा (47) को गिरफ्तार किया है।

जवानों की अलग-अलग टीम को एरिया डोमिनेशन के लिए बड़ेसेट्‌टी कैंप से पालोड़ीपारा, दुरमापारा, गंधारपारा, बुधरापारा व कंगोड़ीपारा की तरफ रवाना किया गया था। इसी दौरान इन्हें बड़ी सफलता हाथ लगी है।

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष 35 वर्षीय सुखराम कवासी को गिरफ्तार किया है।

ये नक्सली साल 2019 में इन्ड्रीपाल गांव में हुये एनकाउंटर में भी शामिल था,  जिसमें सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxali) को मार गिराया था, लेकिन फिर वहां से ये भाग निकलने में सफल रहा था।

महिला नक्सली ललिता तामो और भीमा मरकाम के खिलाफ अप्रैल 2015 में चोलनार गांव के करीब आईईडी विस्फोट कर सुरक्षाबलों के एंटी लैंड माइंस वाहन को उड़ाने की घटना में शामिल होने का आरोप है।

ये पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर नक्सलियों की जन अदालत में ऐसी क्या बात हुई कि उन्होंने बिना किसी मांग के ग्रामीणों के साथ सातों नौजवानों को बिना नुकसान पहुंचाये जाने दिया।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) में जोगा मंडावी पर 2015 में दंतेवाडा के चोलनार में आईईडी की मदद से बारुदी सुरंग में विस्फोट करने के मामले में कथित रूप से शामिल होने का आरोप है।

दोनों आरोपी (Naxals associates) बरामद सामान से संबंधित किसी तरह को कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर बयान के आधार पर बीजापुर कोर्ट में पेश किया गया और वहां से जेल भेज दिया गया है।

सुरक्षाबलों के जवानों ने घटनास्थल से नक्सली का शव और हथियार बरामद किया है। हालांकि मारे गये दोनों नक्सलियों की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो पाई है। 

एसपी के अनुसार, इस मुठभेड़ में कुछ नक्सली भी घायल हुये हैं, जिन्हें उनके साथी अपने साथ भगा ले गये। जिनकी तलाश में आसपास के इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

सुकमा में भी कोबरा 206, एसटीएफ, डीआरजी व जिला बल की ज्वाइंट ऑपरेशन में बंदूक के साथ दो माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया गया है।

लिस अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम  इरकभट्टी जंगल की ओर सर्च अभियान पर निकली हुई थी, तभी चारों नक्सली पुलिस को देखकर भागने लगे। जिन्हें सुरक्षाबल के जवानों ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।

ये नक्सली साधु पिछले साल 11 सितंबर को जैगुर में रेंजर रथराम पटेल की हत्या में शामिल था। शहीद रेंजर रथराम इंद्रावती टाइगर रिजर्व के भैरमगढ़ अभयारण्य में ड्यूटी पर तैनात थे।

सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तीन नक्सलियों (Naxalites) लखूराम उर्फ करगी कोर्राम (30), मस्सू उसेण्डी (21) और कोये राम उसेण्डी (30) को गिरफ्तार कर लिया है।

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