Naxali

राज्य सरकार की वेलफेयर पॉलिसी के तहत शहीद जवान दुलेश्वर परास (Martyred Duleshwar Paras) के आश्रितों को बीमा की राशि 45 लाख और 25 लाख रुपये अनुग्रह राशि दिया जायेगा

नक्सली गुड्डी माड़वी के खिलाफ अप्रैल वर्ष 2019 में श्यामगिरी के करीब दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी के काफिले को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उड़ाने की घटना में शामिल होने का आरोप है।

एसटीएफ नक्सली (Naxalite) राम एकबाल की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रही है। ये पिछले तीन दशकों से प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ था और मगध के इलाकों में संगठन को पुनर्जीवित करने की लगातार कोशिश कर रहा था

नक्सली मुन्ना (Naxalite Munna) ने कई कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेवी की मांग के लिए धमकी देने का भी आरोप है। पुलिस ने मुन्ना की तलाश में कई बार छापेमारी की थी लेकिन इस बार सफलता हाथ लगी है।

रोहतास जिले के बड्डी थाना क्षेत्र स्थित जमुआ गांव के पास हार्डकोर नक्सली (Hardcore Naxali) काशी राजभर उर्फ काशी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।

बिहार (Bihar) के लखीसराय जिले के कजरा जंगल के गोवरदाहा के पास पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Encounter)  हुई। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। मारा गया (Naxali) नक्सली बरहट थाना क्षेत्र का रहने वाला था।

गिरफ्तार नक्सली (Naxali) मंगलू कुडियामी 2018 से नक्सलियों के सांद्रा दलम के साथ काम कर रहा था और 2019 की कुर्ताघाट पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में शामिल था।

एसपी अभिषेक पल्लव के अनुसार, नक्सलियों (Naxalites) को मुख्य धारा में लाने के लिए लोन वर्राटू अभियान चलाया है और इसके परिणाम भी काफी अच्छे आ रहे हैं।  पिछले 7-8 महीनों में दंतेवाड़ा जिले में करीब 310 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

एसपी के अनुसार, गिरफ्तार मोस्टवांटेड सबजोनल कमांडर (Naxal commander के बाकी साथी पुलिस की भनक पाकर घने जंगल का लाभ उठा कर मौके से फरार हो गये, जिनकी छानबीन जारी है।

एसएसबी जवानों एक वांछित हार्डकोर नक्सली (Naxali) को धर दबोचा है। जवानों को दानापुर स्थित मिलिट्री इंटेलीजेंस के इंटपुट पर टंडवा थाना क्षेत्र के पांडु गांव में छानबीन के दौरान ये सफलता हाथ लगी है।

नक्सली गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों को छानबीन के लिए रवाना किया गया था। इसी दौरान माडेंदा और नीलावाया गांव के बीच जंगल में घेराबंदी करके तीन नक्सलियों (Naxalites) को हिरासत में लिया है।

नक्सलियों (Naxalites) को सुरक्षाबलों की मौजूदगी की सूचना हो गई और उन्होंने जांच दल पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसकी जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी जमकर फायरिंग की।

राजधानी रायपुर से करीब 450 किमी दूर पेड्डागेलूर गांव के पास अभियान के बाद जब जांच दल लौट रहा था, तभी एसटीएफ के कांस्टेबल मोहन नाग ने अनजाने में नक्सलियों (Naxalites) के बिझाये आईईडी बम (IED Bomb) पर पैर रख दिया।

दशकों तक विकास से अछूता रहे मलकानगिरी जिले में हो रहे विकास कार्य नक्सलियों (Naxali) को पसंद नहीं आ रही है और इसी वजह से नक्सली फिर से मलकानगिरी इलाके में अपनी पैठ बनाने के प्रयास में लगे हैं।

पेट्रोलिंग के दौरान कंटेनर में छिपाकर रखे गए 20 किलो विस्फोटक को समय रहते बरामद कर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों (Naxalites) के बड़े हमले की प्लानिंग को नाकाम कर दिया।

गिरफ्तार नक्सली (Naxali) नाजीर का मुख्य काम इलाके में बैनर-पोस्टर चिपका कर दहशत फैलाने का काम करता था। साथ ही लेवी कलेक्शन करके संगठन तक पहुंचाता भी था। फिलहाल पुलिस नाजीर के निशानदेही पर आगे की कार्रवाई कर रही है।

गिरफ्तार नक्सली (Naxali) ने इन तमाम अपराधों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के घर से तमाम तरह की नक्सल सामग्री बरामद की है। ऐसे में अब उसकी निशानदेही पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। 

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