Naxali

इस पूर्व नक्सली (Naxali) ने कबूल किया कि जेल से छूटने के बाद उसने खेती-बाड़ी से अपनी जीविका चलाने की  भरपूर कोशिश की लेकिन महज खेती पर आश्रित रहने के कारण उसके सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई थी।

केएनओ और एक अन्य उग्रवादी संगठन (Maoist Organisation) यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) काफी दिनों से कूकी समुदाय के लिए एक क्षेत्रीय परिषद की मांग कर रहे हैं।

पुलिस पूर्व नक्सली नेपाली (Naxali) को संबंधित धाराओं में गिरफ्तार करके पूरे मामले की छानबीन कर रही है। साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि क्या वाकई में नेपाली का अभी भी किसी नक्सली संगठन या नेता से कोई संबंध है या नहीं।

एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने बासागुड़ा थाना से तीन नक्सलियों (Naxalites) सोढ़ी सिंगा, सुरेश बारसा और पोटम बुधराम को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ पुलिस दल पर फायरिंग करने का आरोप है।

इलाके में नक्सली गतिविधि की सूचना मिलने के बाद रवेली, बुरगुम, नीलवाया और पोटाली गांव की ओर जिला पुलिस बल और डीआरजी के ज्वाइंट टीम को गस्त के लिए भेजा गया था।

कुआकोंडा अभियान में गिरफ्तार किये गए नक्सलियों (Naxali) की पहचान हिडमा सोढी (22), बामन सोढी (22), और हिडमा माडवी (20) के रूप में हुई है।

नक्सल पीड़ित परिवारों (Naxalite Affected Families) को 'मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना' के अन्तर्गत निर्धारित न्यूनतम दर पर राशन दिया जायेगा और 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना' के अन्तर्गत मिलने वाली सुविधाओं की भी इनकी पात्रता होगी। 

गिरफ्तार नक्सलियों (Naxali) के पास से दो अमेरिकी पिस्टल, एक पुलिस की लूटी हुई रायफल,  कई जिंदा कारतूस, 6 मोबाइल फोन, 16 सिमकार्ड, तीन हजार रुपये कैश के साथ तीन मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है।

पकड़े गये सभी अपराधियों का किसी भी नक्सली संगठन से कोई संपर्क नहीं है। हालांकि ये लोग नक्सलियों (Naxalites)  के नाम पर लेवी वसूलने का कार्य कर रहे थे।

जीवन (Jeevan Kandulna) ने कहा कि वह सरकार की आत्मसमर्पण नीति और विकास कार्यों से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटा है। उसने नक्सली साथियों से भी हिंसा का रास्ता छोड़कर आम जिंदगी जीने की अपील की।

घटना की सूचना जिला एसपी को लगी वैसे ही उन्होंने फौरन घायल किसान को उचित इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची के रिम्स अस्पताल में भेज दिया।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ चलाये गये इस अभियान के दौरान भाकपा माओवादी के एक 40 वर्षीय सदस्य बुधु हंसे (Naxali) को गिरफ्तार किया।

आईटीबीपी के जवान सर्च ऑपरेशन से लौट रहे थे। तभी रास्ते में नक्सलियों (Naxalites) ने एक आईईडी ब्लास्ट कर दिया। इस हमले में तमिलनाडु क रहने वाले आईटीबीपी के जवान एन, बालाचामी शहीद हो गये।

नक्सली पर्चे (Naxali Letter) में टीचर असगर के अलावा अन्य ग्रामीण काशिम, निसार, सदर, चेरका ,सलीम, नवी ,कारू, हविश, बाजो, खर्टली, मुसिया, रोजन,प्यारी ,यूनुस, इस्लाम व चतुर का नाम लिखा हुआ है।

पाण्डे कवासी बाथरूम से बाहर नहीं निकली तब जोगी कवासी और दो महिला पुलिसकर्मियों ने दरवाजे को खोला तो उनके होश ही उड़ गये। बाथरूम के अंदर ही पाण्डे खिड़की के सहारे कपड़े से फांसी लगा कर खुदकुशी कर चुकी थी। 

नक्सली जीवन को पूरी उम्मीद थी कि यदि मुठभेड़ होती है तो ना भाग पाने के कारण उसको मार गिराया जायेगा। ऐसे में सरेंडर ही उसके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प बच रह गया था।

इस नक्सली को गढ़चिरौली पुलिस की विशेषज्ञ युद्धक इकाई सी-60 कमांडो की टीम ने गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने बताया कि नक्सली गुड्डू पारसेगढ़ में एक पुलिस टीम पर हमले में मुख्य भूमिका निभाई थी

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