Naxali

दंतेवाड़ा एसपी पल्लव के अनुसार, सरेंडर करने वाले 32 नक्सलियों (Naxali) में से 19 बकेली गांव के रहने वाले हैं। जबकि चार कोरकोट्टी और उदेनार, टुमारीगुंडा और मतासी गांव के तीन-तीन नक्सली हैं।

नक्सलियों (Naxali) के पास अब सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद है। एक तो सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण करके अपना इलाज करायें या फिर कोरोना वायरस (Coronavirus) या साथी की के हाथों मारे जायें।

कोरसा ने मेडिकल की पढ़ाई नहीं की है लेकिन वह नक्सलियों (Naxalites) को इंजेक्शन लगाने, टांका लगाने और छोटी-मोटी बीमारियों की दवा देने की ट्रेनिंग देता था।

एसपी इंद्रजीत महाथा ने जानकारी देते हुए कहा कि गिरफ्तार नक्सली (Naxali) करम सिंह पूर्ति कई हार्डकोर नक्सलियों के साथ सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर चुका है।

दशमी का बड़ा भाई अभी भी नक्सलियों (Naxali) के बहकावे में जंगलों की खाक छान रहा है। दशमी ने अपने बड़े भाई से अपील किया है कि वो भी हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए।

दशमी का बड़ा भाई अभी भी नक्सलियों (Naxali) के बहकावे में जंगलों की खाक छान रहा है। दशमी ने अपने बड़े भाई से अपील किया है कि वो भी हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए।

मौजूदा समय में नक्सली (Naxali) घटनाओं में आई भारी कमी पुलिस-प्रशासन के प्रयास का नतीजा है। बहरहाल छुट-पुट नक्सली घटनाओं को छोड़ दें तो बड़े नक्सली हमलों का रुकना, उसमें जवानों का हताहत ना होना और आम आदमी को डर के साए में ना जीना एक बड़ा पड़ाव है।

गिरिडीह पुलिस को नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पुलिस (Police) ने यहां 24 जुलाई को एक खूंखार महिला नक्सली को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार महिला नक्सली भाकपा माओवादी संगठन की एरिया कमांडर (Woman Naxali Commander) है। पुलिस अधीक्षक अमित रेनू ने इस बात की जानकारी दी।

गिरफ्त में आए नक्सली का नाम नंदा कुंजाम है और वह मलंगिर एरिया कमेटी के पिरनार पंचायत कमेटी का अध्यक्ष था।

तेलंगाना से आने वाले प्रवासी मजदूरों ने संक्रमण का फैलाव किया है। इस नक्सली इलाके में संक्रमण फैलने से नक्सली मूवमेंट में भी कमी आई है। बहुत से नक्सली (Naxali)जंगल छोड़कर इलाज कराने के लिए मुख्यधारा में लौट रहे हैं।

बिहार में मूलरूप से नक्सल के तीन हॉट स्पॉट हैं, एक गया-औरंगाबाद का इलाका जिसमें चकरबंधा का जंगली इलाका नक्सलियों का गढ़ है और दूसरा जमुई का इलाका है। ये दोनों नक्सली (Naxali) हॉट स्पॉट झारखंड की सीमा से लगे हुए हैं और तीसरा यूपी-नेपाल से सटा हुआ उत्तरी बिहार का बगहा जिला है, जहां पर आज की ये मुठभेड़ हुई। 

छत्तीसगढ़ का बस्तर (Bastar) जिला, जिसकी पहचान नक्सलवाद (Naxalism) से होती है, उसी बस्तर जिले के एक छोटे से पंचायत की इस पहल ने देश भर में कोरोना के संकटकाल में मिसाल कायम किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान 'लोन वराटू' (घर वापस आइए) के तहत एक-एक लाख के 4  इनामी सहित 18 नक्सलियों (Naxals)  ने आत्मसमर्पण (Surrender) किया है।

नक्सलियों ने अपनी ट्रेनिंग का वीडियो जारी किया है, जिसमें बस्तर के दरभा डिविजन का नक्सल कमांडर साफ दिख रहा है। दूसरे कई नक्सली भी इस वीडियो में दिख रहे हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) के जंगलों में ट्रेनिंग करते नक्सलियों का एक वीडियो (Naxali Video) सामने आया है। इस वीडियो में नक्सली ट्रेनिंग लेते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, वीडियो में नक्सलियों (Naxals) के नाम के साथ उनके चेहरे भी साफ-साफ दिखाए गए हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर रेंज में चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत पुलिस (Police) को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां, बीजापुर जिले में एक हार्डकोर नक्सली दंपत्ति (Naxal Couple) ने सरेंडर कर दिया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में नक्सलियों (Naxals) ने एक बार फिर उत्पात मचाया है। नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी की है।

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