कोरोना के दौर में घर बैठे लाउडस्पीकर के जरिए बच्चों को पढ़ाया जा रहा।
आपने लाउडस्पीकर का उपयोग मस्जिदों में अजान और मंदिरों की पूजा के साथ राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रमों में तो देखा ही होगा। पर बस्तर जिले का भाटपाल पंचायत ऐसा है, जहां लाउडस्पीकर से बच्चे अपने घरों में बैठे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ का बस्तर (Bastar) जिला, जिसकी पहचान नक्सलवाद (Naxalism) से होती है, उसी बस्तर जिले के एक छोटे से पंचायत की इस पहल ने देश भर में कोरोना के संकटकाल में मिसाल कायम किया है। यह प्रदेश ही नहीं देश का पहला ऐसा पंचायत है जहां लाउडस्पीकर से बच्चे घर बैठे पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें कि देश भर में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारें लाख जतन कर रही हैं। पर, बस्तर (Bastar) के वे इलाके जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं पहुंच सकी है, वहां के लिए यह एक नजीर है।
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