रंग ला रही हैं नक्सलविरोधी सरकारी नीतियां, बीजापुर में Naxal Couple नक्सल दंपति ने किया Surrender

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर रेंज में चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत पुलिस (Police) को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां, बीजापुर जिले में एक हार्डकोर नक्सली दंपत्ति (Naxal Couple) ने सरेंडर कर दिया है।

Naxal Couple

बीजापुर में इनामी नक्सली दंपत्ति ने सरेंडर कर दिया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में एक नक्सल कपल ने सरेंडर कर दिया। यहां 23 वर्षीय माओवादी राजे हेमला उर्फ वनोजा और 26 वर्षीय मंगलू वेका उर्फ तीजू ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उप महानिरीक्षक कोमल सिंह और पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप के समक्ष समर्पण किया। इसके बाद इन्हें दस-दस हजार रुपए नगद प्रोत्साहन राशि दी गई। ये साल 2013 से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थे। साथ-साथ काम करते हुए मई-2019 में दोनों ने शादी कर ली थी। ये मई 2016 में साजापानी जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड, सुखाटोला मुठभेड, जून 2016 में मलैदा, जिला राजनांदगांव में पुलिस के साथ मुठभेड में शामिल थे। इसके अलावा जुलाई 2016 में अतिगुडी के जंगल में पुलिस से मुठभेड में भी शामिल थे, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे। दोनों माओवादी संगठन में जिस पद पर थे उस परर दो-दो लाख का इनाम घोषित है। आत्मसमर्पण करने वाली दंपती का कहना है कि उन्होंने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भटकाव वाली जीवन शैली, भेदभावपूर्ण व्यवहार और प्रताडना से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है ।कहा ये भी जा रहा है कि छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इन्होंने ऐसा है।

 

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