बिहार: सालों से फरार कुख्यात नक्सली मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार, जोनल कमांडर मुसाफिर सहनी का बेहद खास है मुन्ना दास

नक्सली मुन्ना (Naxalite Munna) ने कई कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेवी की मांग के लिए धमकी देने का भी आरोप है। पुलिस ने मुन्ना की तलाश में कई बार छापेमारी की थी लेकिन इस बार सफलता हाथ लगी है।

Naxalites

प्रतीकात्मक तस्वीर

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के देवरिया इलाके से सुरक्षाबलों ने कुख्यात नक्सली (Naxalite) को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार नक्सली का नाम मुन्ना दास रंजीत दास उर्फ छोटू दास है और ये जहानाबाद के अरवल के छक्कन बिगहा गांव का रहने वाला है। पुलिस को काफी समय से इसकी तलाश थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया पूछताछ में नक्सली मुन्ना दास ने नक्सल संगठन से जुड़े कई ठिकानों के बारे में जानकारी दी है और अब इसी के आधार पर जिला पुलिस की विशेष टीम कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।

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पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोहासी गांव में कुख्यात नक्सली मुन्ना (Naxalite Munna) संगठन में नये सदस्यों की भर्ती और लेवी की वसूली करने पहुंचने वाला है। इसी सूचना के आधार पर एसएसबी व एसटीएफ की ज्वाइंट टीम ने पूरे क्षेत्र में घेराबंदी करके मुन्ना को दबोच लिया। इस छापेमारी में एसएसबी 32 वीं बटालियन पारू के कंपनी कमांडर ऋतुराज व एसटीएफ के पदाधिकारी व जवान शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि मुन्ना नक्सलियों के जोनल कमांडर मुसाफिर सहनी उर्फ रोहित सहनी का सबसे खास आदमी था और संगठन मुन्ना को अकसर बड़े कामों के लिए ही इस्तेमाल करती थी। इसी के तहत मुन्ना राज्य के पश्चिमी इलाकों में संगठन को मजबूत करने के काम में जुटा हुआ था।

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पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह संगठन में नये सदस्यों की भर्ती का काम कर रहा था। इसके लिए गोपनीय तरीके से अभियान चला रहा था। पुलिस के अनुसार, 2015 में मुहब्बतपुर-लखनौरी मार्ग में पुल को उड़ाने के लिए केन बम लगाने की साजिश भी इसी मुन्ना ने रची थी। इसके अलावा देवरिया इलाके में संगठन के बंद के आह्वान के दौरान एक बस को जलाने का भी इसपर आरोप है। इतना ही नहीं, नक्सली मुन्ना (Naxalite Munna) ने कई कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेवी की मांग के लिए धमकी देने का भी आरोप है। पुलिस ने मुन्ना की तलाश में कई बार छापेमारी की थी लेकिन इस बार सफलता हाथ लगी है।

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