Indian Army

विमानों के जरिए आसमान में 400 से 500 किमी दूर तक की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। पाकिस्‍तान हो या चीन, भारत में रहकर ही इनकी हवाई निगरानी की जाती है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में भीषण युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से पटखनी दी गई थी। पाकिस्तान को हराकर हमारे सैनिकों ने उन सैनिकों की शहदात का बदला लिया था

एलओसी (LoC) के अलावा यदि अंतर्राष्ट्रीय सीमा की बात करें‚ तो जम्मू क्षेत्र में भी सीमा पार आतंकवादियों (Militants) की गतिविधियों में पिछले महीने अचानक बढ़ोतरी देखी गई है

Jammu and Kashmir: घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। फिर भी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली रक्षा अधिग्रहण काउंसिल इस खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। ये हेलिकॉप्टर्स सेना की एविएशन विंग को मिलेंगे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया गया था। सेना (Indian Army) किसी भी विपरीत परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहती है।

पाकिस्तानी सेना कई गुना फायदे में थी, क्योंकि हमारे जवान नीचे से ऊपर की ओर चढ़ाई कर लड़ने आ रहे थे। दुश्मनों के पास पहुंचने के लिए कई-कई किलोमीटर चढ़ाई करनी पड़ी थी।

India Pakistan War of 1948: पाकिस्तान का ऐसा सोचना ही उसे भारी पड़ गया था। पाकिस्तान ने तब कश्मीर में घुसपैठ कर कबायलियों के जरिए आतंक मचा दिया था।

युद्ध में उस वक्त बड़ा मोड़ आया जब पाकिस्तान ने अपनी खस्ता हालत देख अमेरिका से मदद मांगी थी। हालांकि तब अमरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने पाकिस्तान को एलओसी से पीछे हटने के लिए कहा था।

अगस्त के तीसरे सप्ताह के दौरान कंधार में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों (Militants) और तालिबानी लड़ाकों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी।

भारतीय सेना (Indian Army) की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने लद्दाख (Ladakh) के बच्चों के लिए मुफ्त आवासीय कोचिंग शुरू की है।

पुलिस ने इस आतंकी ठिकाने से मैगजीन के साथ एक 9 एमएम की पिस्टल और 20 राउंड गोलियां, एक ग्रेनेड, एक एके 47 मैगजीन और दो वायरलेस सेट जब्त किया है।

Indian Army: असम राइफल्स के जवानों की पेट्रोलिंग टीम पर अटैक किया गया था। इस हमले में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीनी सेना की इस हरकत पर भारत बुरी तरह से भड़क गया था।

गांवों के युवाओं ने सेना की इस जरूरत को समझा और उन तक सामान पहुंचाया गया। बताया जाता है कि जवानों तक खाने-पीने का सामान और अन्य कुछ जरूरी सामान पहुंचाया जाता था।

भारतीय सेना (Indian Army) अपने दुश्मनों को करारा जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहती है। ऐसे में खबर मिली है कि भारतीय सेना को पहली बार स्वदेशी हैंड ग्रेनेड मिले हैं।

कश्मीर (Kashmir) के गुरेज सेक्टर में 23 लड़कों को हथियार उठाने के लिए मजबूर किया गया था। लेकिन सेना (Indian Army) ने उन्हें बचा लिया था।

दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर को परिभाषित किया था।

यह भी पढ़ें