…जब भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर पर ठोका दावा

दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर को परिभाषित किया था।

LAC

File Photo

दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल, भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर (LAC) बनाया था।

भारत और चीन के बीच कई दशकों से सीमा विवाद जारी है। चीन, भारतीय जमीन को हड़पने की फिराक में रहता है। वह कई मौकों पर अपनी ताकत के दम पर हमारी जमीन छीन भी चुका है।

कई मौकों पर वह भारत की जमीन को अपनी जमीन कहकर दावा ठोकता रहा है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर वह कई बार भारतीय सैनिकों को उकसा चुका है। 1967 में चीन ने ऐसा ही करने की कोशिश की थी।

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दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर को परिभाषित किया था। इसका पता लगते ही चीन की रातों की नींद उड़ गई थी।

भारत ने सीमा परिभाषित तो चीन ने आपत्ति की और हाथापाई और टकराव की नौबत आ गई। इसके बाद चीन ने सभी हदें पार करते हुए मशीने गन के जरिए फायरिंग शुरू कर दी थी। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने भी इसका तुरंत जवाब दिया। कई दिनों तक ये लड़ाई चलती रही।

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इसके 20 दिन बाद फिर से चीन ने हमला किया। सिक्किम तिब्बत बॉर्डर पास नाथू ला के पास मौजूद के चो ला में हमले को अंजाम दिया गया। भारत ने तब अपने कुछ जवानों की शहादत का दर्द झेला था लेकिन चीनी सेना के मंसूबों पर पानी फेर दिया था।

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