Indian Army

संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीरी आवाम से वोट करने की बात कही कि वे किसके साथ रहना चाहते हैं। इसपर भारत के पक्ष में वोट जाता देख पाकिस्तान ने सीजफायर की बात मानी।

भारत कहता आया है कि 1947 में हुए विलय के आधार पर पूरा जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न हिस्सा है। 'गिलगित-बाल्टिस्तान' इलाका उसी राज्य में शामिल है। 

India-Nepal Joint Exercise : 15वें भारत-नेपाल सेना का संयुक्त युद्धाभ्यास 'सूर्य किरण' (Surya Kiran XV) दोनों देशों की सेना के भव्य मार्च पास्ट के साथ शुरू हुआ।

सरताज अहमद वानी को ‘सर्वश्रेष्ठ रंगरूट' घोषित किए जाने पर शेर–ए–कश्मीर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और त्रिवेणी सिंह मेडल दिया गया जबकि रंगरूट अमनदीप सिंह चिब को ‘गोलीबारी में सर्वश्रेष्ठ' रहने के लिए चेवांग रिनचेन मेडल दिया गया।

चीन के लिए कहा जाता है कि वह गरीब देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर अपने कर्ज के जाल में फंसा रहा है।

Indian Army: अक्सर सुनने में आता है कि चीन ने याक भेज दिया या पाकिस्तानी कबूतर सीमा के पास पकड़ा गया। सेनाएं ऐसे में काफी अलर्ट रहती हैं।

हाजी पीर और आस-पास के इलाकों पर कब्जा करते ही पाकिस्तान को यह आभास हो गया था कि वह अब किसी भी कंडीशन में इस युद्ध में नहीं जीत सकता है।

पाकिस्तान सैनिक भारी मात्रा में गोला बारूद लेकर आए थे लेकिन हाजीपीर पर भारतीय सैनिकों के नियंत्रण के बाद वे वहां से भाग खड़े हुए थे।

Indian Army के Rising Star Corps के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में स्वर्णिम विजय मसाल (Swarnim Vijay Mashal) को रिसीव किया।

इस मामले में एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी समेत दो पाकिस्तान आधारित आतंकियों (Militants) की पहचान हुई‚ जिन्हें नामजद किया गया है‚ इनमें एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार किया गया था।

पकड़े गए आतंकियों (Militants) में से तीन को उत्तर प्रदेश‚ दो को दिल्ली और एक को महाराष्ट्र से पकड़ा गया। पुलिस का दावा है कि दबोचे गए आतंकियों में जान मोहम्मद शेख महाराष्ट्र का रहना वाला है।

ZAPAD 2021: Indian Army रूस में Russian army के साथ एक खास युद्ध अभ्यास में हिस्सा लिया। इस युद्ध अभ्यास को जापद-21 (ZAPAD 2021) नाम दिया गया है। 13 सितंबर को इसका फाइनल वैलिडेशन एक्सरसाइज हुआ।

युद्ध के दौरान बतरा टॉप, टाइगर हिल, तोलोलिंग टॉप पर करगिल युद्ध के दौरान की ऊंची बर्फीली चोटियों पर छुपकर बैठे दुश्मन को भारतीय सेना के वीर जवानों ने अपनी जान पर खेलकर मार भगाया था।

सेना ने 13 दिन के भीतर ही पाक सैनिकों को घुटनों पर ला दिया था। जब पाकिस्तान सेना सरेंडर कर रही थी तो पाकिस्तानी जनरल नियाजी की आंख में आंसू थे।

भारतीय सेना (Indian Army) देश की सुरक्षा के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी नेक काम करती है। इस बार सेना ने दिव्यांगों के लिए एक सराहनीय पहल की है।

पूर्वी हिस्से (आज का बांग्लादेश) को पश्चिम में बैठी केंद्र सरकार अपने तरीके से चला रही थी। उन पर भाषाई और सांस्कृतिक पांबदियां थोप दी गई थीं।

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को दोबारा से हवाई यात्रा सुविधा का लाभ दिए जाने की घोषणा की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत इजाजत दे दी है।

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