Indian Army

राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (Mahajan Field Firing Range) में भारत और अमेरिका के सैनिक 'युद्ध अभ्यास 20' (Ex Yudh Abhyas 20) में हिस्सा ले रहे हैं।

आतंकवादियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना मिली थी, इसी के आधार पर वामपोरा इलाके की घेराबंदी कर छानबीन की गई और आतंकवादी (Militant) विलायत सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ा।

इलाके के लोगों और जवानों का मानना है कि बीते 45 साल से पंजाब रेजिमेंट में बतौर सिपाही बाबा हरभजन सिंह मरणोपरांत भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 

ट्रेनिंग के दौरान इन कमांडोज को 33.5 हजार फीट की ऊंचाई से 50 जंप लगानी पड़ती है। इन जवानों को आगरा के एयरफोर्स पैरा ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग दी जाती है।

भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत में 18 फरवरी को और इजाफा हुआ जब भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरावने (General MM Naravane) ने गुजरात में K9-Vajra का 100वां टैंक रिसीव किया।

घाटी में आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता मिली है। रियासी जिले के घने जंगलों से हथियारों की बड़ी खेप मिली है।

लद्दाख (Ladakh) में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र यानी 20 हजार फुट की ऊंचाई स्थित सियाचिन पर हमारे सैनिक दिन रात डटे रहते हैं। ये वह जगह है जो कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है। इस जगह पर थोड़ी सी भी ढिलाई भारत को काफी भारी पड़ सकती है।

भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल होकर देश की रक्षा करने का अपना ही गौरव है। भारतीय युवा आर्मी में शामिल होकर अपना करियर तो बनाते ही हैं, साथ ही साथ देश की हर तरह के खतरों से रक्षा भी करते हैं।

राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (Mahajan Field Firing Range) में भारत और अमेरिका के सैनिक 'युद्ध अभ्यास 20' (Ex Yudh Abhyas 20) में हिस्सा ले रहे हैं।

LAC के पास पैंगोंग लेक इलाके के उत्तरी एवं दक्षिणी छोर से सेनाओं के हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सेना के सूत्रों ने 17 फरवरी देर शाम इस बात की पुष्टि की। हालांकि, दोनों पक्षों की तरफ से अब सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है, जो अगले दो दिनों के भीतर पूरी हो जाएगी।

Indian Army: देश को ताकतवर बनाने के पीछे उसकी स्पेशल फोर्सेस का हाथ होता है। इसी दम पर हर देश दुनिया के सामने एक नई शक्ति के रूप में उभरकर सामने आता है। 

Indian Army: ऐसी कई सरहदें हैं जहां इस तरह की चुनौतियों से जवानों को दिन रात जूझना पड़ता है। ये ऐसी जगह होती हैं जहां जन-जीवन का नामोनिशान नहीं होता।

सरहद पर दुश्मन सुरंग के जरिए हमारे देश में दाखिल होकर बड़ा हमला करने की फिराक में रहते हैं। ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं जिनमें सुरंग के जरिए भारतीय सरजमीं पर आने में दुश्मनों ने कामयाबी हासिल की हो।

युद्ध में पाकिस्तानी सेना काफी फायदे में थी। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तनी सेना ऊंचाई पर थी। कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर पाक सेना पहले से पोजिशन लिए हुए थी।

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान खुद को फिट रखने के लिए काफी मेहनत करते हैं। सैनिकों का शरीर पत्थर की तरह मजबूत होता है। ऐसा फौलादी शरीर पाने के लिए सैनिक एक बेहद ही कड़े रूटीन को फॉलो करते हैं।

Indian Navy SMART Torpedo System: ये एक ऐसा हथियार है जिसे मिसाइल के साथ लांच किया जाता है। इस मिसाइल में एक टारपीडो लगा होता है।

जिस वक्त दोनों देशों युद्ध में आमने-सामने थे उसी समय दुनिया के दो महाशक्तिशाली देश, अमेरिका और रुस क्यूबा-मिसाइल विवाद में फंसे हुए थे।

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