सरहद पर ड्यूटी नहीं होती आसान, गोलियों के साथ खूंखार जंगली जानवरों और जहरीले कीड़े-मकोड़ों का हमेशा रहता है खौफ

Indian Army: ऐसी कई सरहदें हैं जहां इस तरह की चुनौतियों से जवानों को दिन रात जूझना पड़ता है। ये ऐसी जगह होती हैं जहां जन-जीवन का नामोनिशान नहीं होता।

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फाइल फोटो।

Indian Army: ऐसी कई सरहदें हैं जहां इस तरह की चुनौतियों से जवानों को दिन रात जूझना पड़ता है। ये ऐसी जगह होती हैं, जहां दूर-दूर तक जन-जीवन का नामोनिशान नहीं होता और मीलों बियावान, कहीं जंगल-झाड़ियां, कहीं टीले तो कहीं नदी का दुरूह इलाका होता है।

भारतीय सेना के जवान बलिदान और पराक्रम के लिए जाने जाते हैं। भारत मां की रक्षा के लिए हमारे जवान किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार रहते हैं। भारतीय वीर सपूतों ने इस बात को कई बार साबित भी किया है। जवान बलिदान देना पसंद करते हैं लेकिन भारत माता का सिर नहीं झुकने देते। हमारे वीर सपूत सरहद पर परिवार से दूर रहकर कई-कई महीनों तक ड्यूटी करते हैं। 

सरहद पर ड्यूटी के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन चुनौतियों के बावजूद हमारे जवान डटे रहते हैं। सरहद पर दुश्मनों के हमले के अलावा और भी कई तरह के चैलेंज होते हैं। गोलियों के साथ खूंखार जंगली जानवरों और जहरीले कीड़े-मकोड़ों का हमेशा खौफ रहता है।

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ऐसी कई सरहदें हैं जहां इस तरह की चुनौतियों से जवानों को दिन रात जूझना पड़ता है। ये ऐसी जगह होती हैं जहां दूर-दूर तक जन-जीवन का नामोनिशान नहीं होता और मीलों बियावान, कहीं जंगल-झाड़ियां, कहीं टीले तो कहीं नदी का दुरूह इलाका होता है।

ये वे इलाके होते हैं जहां से घुसपैठ की आशंका बनी रहती है। कब आतंकवादी घुसपैठ कर लें पता नहीं लगता। इसके साथ ही तस्करी और फायरिंग का खतरा तो बना ही रहता है।

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