Ex Yudh Abhyas 20: Indian-US Army का युद्धाभ्यास, 21 फरवरी तक चलेगा प्रशिक्षण; देखें PHOTOS

राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (Mahajan Field Firing Range) में भारत और अमेरिका के सैनिक ‘युद्ध अभ्यास 20’ (Ex Yudh Abhyas 20) में हिस्सा ले रहे हैं।

Published by पल्लवी February 18, 2021
  • राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (Mahajan Field Firing Range) में भारत और अमेरिका के सैनिक 'युद्ध अभ्यास 20' (Ex Yudh Abhyas 20) में हिस्सा ले रहे हैं।

  • यह युद्धाभ्यास 8 फरवरी से शुरू हुआ जो 21 फरवरी तक चलेगा।

  • यह संयुक्त सैन्य युद्धअभ्यास काउंटर टेररिज्म पर केंद्रित है।

  • साल 2004 में शुरू हुए भारत-अमेरिका द्विपक्षीय अभ्यासों की श्रृंखला में एक्सरसाइज 'युद्धाभ्यास 20' (Ex Yudh Abhyas 20) सोलहवां संस्करण है।

  • 8 फरवरी को हुई ओपनिंग सेरेमनी में दोनों सेनाओं के बड़े अधिकारी शामिल हुए।

  • इस युद्धाभ्यास (Ex Yudh Abhyas 20) में अमेरिका के करीब 250 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं।

  • इसमें US आर्मी (US Army) की तीन विंग के पुरुष और महिला सैनिक शामिल हैं।

  • अमेरिकी दस्ते में 2 इन्फेंट्री बटालियन, 3 इन्फेंट्री रेजिमेंट, 1-2 स्ट्राइक ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के सैनिक हैं।

  • युद्धाभ्यास (Ex Yudh Abhyas 20) में इन्फैंट्री के कॉम्बैट व्हीकल व हेलीकॉप्टर भी भाग ले रहे हैं।

  • भारत के 24 इन्फेंट्री डिवीजन सैनिक इसमें हिस्सा ले रहे हैं।

  • करीब 250 भारतीय सैनिक इस युद्धाभ्यास (Ex Yudh Abhyas 20) में हिस्सा ले रहे हैं।

  • इस अभ्यास में भारतीय सेना (Indian Army) का प्रतिनिधित्व सप्त शक्ति कमान की 11 वीं बटालियन जम्मू और कश्मीर राइफल्स कर रही है।

  • दोनों देशों की सेना को आतंक प्रभावित क्षेत्रों में काम करने का बेहतरीन अनुभव हासिल है। ऐसे में एक-दूसरे के अनुभव से दोनों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

  • अमेरिका की सेना को अफगानिस्तान व इराक सहित कई देशों में आतंकवाद का सामना करने का शानदार अनुभव है।

  • वहीं, भारतीय सेना को कश्मीर सहित पूर्वोत्तर में आतंकवाद का सामना करने का अनुभव हासिल है।

  • यह युद्धाभ्यास, भारत और अमेरिका के बीच चल रहे सबसे बड़े सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा सहयोग प्रयासों में से एक है।

  • यह संयुक्त युद्धाभ्यास इस बात का संकेत है कि भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद के खतरे को समझते हैं और उसी का मुकाबला करने में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।

  • यह युद्धाभ्यास, प्रशिक्षण एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साथ ही सामान्य रक्षा उद्देश्यों के माध्यम से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में साझेदारी को भी बढ़ावा देगा।

  • बता दें कि बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के अलावा भारत-पाकिस्तान अंतररष्ट्रीय बॉर्डर पर स्थित जैसलमेर जिले में भी सेना का युद्धाभ्यास चलता रहता है।

  • जैसलमेर और बीकानेर दोनों जिले सैन्य दृष्टिकोण से काफी अहम हैं।

  • बीकानेर से ज्यादा जैसलमेर में भारतीय सेना अपने खुद के युद्धाभ्यास के साथ ही अन्य देशों की सेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास करती है।

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