1962 का युद्ध: अक्साई चीन पर ड्रैगन ने कर लिया था कब्जा, जानें दोनों देशों के बीच किन जगहों पर है सीमा विवाद
India China Tension: हिमालय में करीब 14,000 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित 134 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो झील को लेकर भी दोनों देशों के बीच विवाद है।
Kargil War 1999: …जब मेजर सर्वानन ने अपने कंधे पर 90 एमएम राकेट लॉन्चर उठा ध्वस्त किया दुश्मनों का ठिकाना
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान सैनिकों पर हमारे वीर सपूत कहर बनकर टूटे थे।
सीमा पर बाइक्स के जरिए गश्त लगाते हैं हमारे जवान, रॉयल एनफील्ड बुलेट से है खास रिश्ता
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दुश्मनों की हर नापाक हरकत पर नजर रखने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में गश्त लगाई जाती हैं। गश्त यानी पेट्रोलिंग का फायदा यह होता है कि दुश्मनों पर आसानी से नजर रखी जा सकती है।
चीन से 1962 के युद्ध के बाद भारतीय सेना ने किया खुद को मजबूत, अब थर-थर कांपते हैं दुश्मन
Indian Army ने बड़े स्तर पर बदलाव किए और समय के साथ वैश्विक स्तर के हथियारों को बेड़े में शामिल किया। जवानों की मूलभूत जरूरतें भी पूरी की जाती हैं।
आतंकियों के लिए काल हैं भारतीय सेना के जवान, सरेंडर नहीं करने पर देते हैं मुंहतोड़ जवाब
Indian Army operations in Jammu and Kashmir: सैनिक तय इनपुट की पुष्टि करने के बाद आतंकवादियों का घेराव करते हैं और फिर उन्हें सरेंडर करने के लिए कहते हैं।
भारतीय सेना हुई पहले से ज्यादा ताकतवर, पीएम मोदी ने सौंपा अर्जुन टैंक, दुश्मनों के उड़े होश
पीएम मोदी ने तमिलनाडु का दौरा किया। इसी दौरान उन्होंने अर्जुन टैंक (Arjun Tank) को सेना को सौंपा। उन्होंने कहा कि इस राज्य को मैं टैंक मैन्युफैक्चरिंग हब बनते हुए देख रहा हूं।
India Pakistan War 1965: जब भारतीय जवानों ने पाकिस्तनी सैनिकों को खदेड़ा और खेमकरण वापस ले लिया
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी क्षति हुई थी। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था। इस युद्ध में खेमकरण एक ऐसी जगह हैं जो काफी मायने रखती है।
Siachen: कमर में रस्सी बांध कर लाइन में चलते हैं सैनिक, माइनस 50 डिग्री तापमान में हालात होते हैं बेकाबू
Siachen: एक जवान के पीछे दूसरे जवान और फिर उनके पीछे पूरा दल। इस तरह एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा जाता है। ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से उन्हें धीमे-धीमे चलना पड़ता है।
युद्ध से पहले होती है कई दौर की बातचीत, सहमति नहीं बनने पर होता है टकराव
दोनों देशों के बीच कई दिनों तक युद्ध चलता है। इस दौरान कई सैनिक शहीद होते हैं और कई घायल। हालांकि युद्ध के दौरान भी बातचीत का दौर जारी रहता है।
‘गरुड़ कमांडो फोर्स’ का नाम सुनते ही कांप उठते हैं दुश्मन, जानें खासियत
इस फोर्स के जवानों को कुछ इस तरह से तैयार किया जाता है कि वे दुश्मनों के खिलाफ अग्रणीय साबित हों। इस फोर्स के जवान बेहद ही शक्तिशाली और चालाक होते हैं।
चीन की मदद से पाक ने चली खुफिया चाल, भारतीय जवानों के सामने ISI की हसीनायें बिछा रहीं अदाओं का जाल
पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने सोशल मीडिया पर सुरक्षाबलों के जवानों को हनीट्रैप (Honey Trap) के जरिए फंसाने का बड़ा प्लान तैयार किया है।
3 साल पहले पिता आतंकी हमले में शहीद हुए तो बेटा बन गया सेना में अधिकारी, ऐसे मिली प्रेरणा
कहते हैं कि सेना के जवान तो देश के लिए बलिदान देते ही हैं, साथ ही उनके परिजन भी देश के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए तत्पर रहते हैं।
एयरोस्टेट राडार के जरिए आकाश से रखी जाती है दुश्मनों पर नजर, जानें इसकी खूबियां
भारतीय सेना (Indian Army) दुश्मनों पर नजर रखने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करती है। कहते हैं कि दुश्मन से जितनी पैनी नजर रखी जाएगी खतरों से उतनी ही जल्दी निपट लिया जाएगा।
भारतीय जवानों को मिलता है बैक पैक, जानें इसकी खासियत
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दिन रात सरहद पर ड्यूटी करते हैं ताकि हम भारतवासी सुकून की नींद ले सकें। एक जवान अपने परिवार से दूर रहकर हमें सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में सरकार द्वारा जवानों का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।
सेना के जवानों को आर्मी हॉस्पिटल में मिलती है ईलाज की सुविधा, देशभर में हैं अस्पताल
सैन्य अस्पताल सशस्त्र बलों के स्वामित्व वाले होता हैं और सेना द्वारा ही इनका संचालन किया जाता है। हालांकि इन हॉस्पिटल का खर्च सरकार द्वारा ही उठाया जाता है।
यूं ही नहीं बन जाता हर कोई सैनिक, कड़ी मेहनत के दम पर हासिल होता है फौलादी शरीर
भारतीय सैनिक अपनी मेहनत और फुर्ती के लिए जाने जाते हैं। जवान खुद को फिट रखने के लिए कड़ी कसरत करते हैं। दुश्मनों से लोहा लेने के लिए सबसे जरूरी होता है दिमागी और शारीरिक तौर पर फिट रहना।
ड्यूटी के दौरान हर पल दांव पर रहती है जवानों की जिंदगी, दुनिया का इकलौता ऐसा प्रोफेशन है आर्मी!
भारतीय सेना (Indian Army ) के जवान बलिदान और शौर्य के लिए विख्यात हैं। भारतीय जवानों ने कई मौकों पर इस बात को साबित भी किया है। सेना के पास दुनिया के बेहतरीन हथियार हैं और जवान तो बलिदान और शौर्य के लिए ही विख्यात हैं।