Indian Army

थलसेना प्रमुख नरवणे (Army Chief) के मुताबिक, पड़ोसी मुल्क पाक आतंकवाद का समर्थन करने की अपनी रणनीति को नहीं छोड़ रहा है। पाक लगातार अपनी सरजमीं पर आतंकी लॉन्च पैड को बढ़ावा दे रहा है।

भारतीय सेना (Indian army) आतंकियों के खिलाफ अभियान तो चला ही रही है, इसके साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम कर रही है।

इस टैंक के लिए 8 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ये देश का मुख्य युद्धक टैंक है। इसमें 14 नए बदलाव किए गए हैं।

Igla Missile: ये मिसाइल ऐसे वक्त में काम आती हैं, अगर दुश्मन किसी भी तरह से हमारे एयरस्पेस में घुसने की कोशिश करता है तो उसे नाकाम किया जा सकता है।

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस यानी आईएसआई ने भी इस इलाके में बगावत को प्रोत्साहित किया है। इसके लिए कश्मीरियों को भड़काया जाता रहा है।

पाकिस्तान पर शानदार विजय के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्णिम विजय वर्ष (Swarnim Vijay Varsh) मनाया जा रहा है। इस मौके पर फरीदकोट पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल ने भारतीय सैनिकों की 1971 की शौर्यगाथा की यादों को ताजा कर दिया।

24 मार्च 2021 तक Indian Army की भर्ती रैली चल रही है। इसलिए कल आवेदन की आखिरी तारीख है। आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

भारतीय सेना (Indian Army) सरहद पर बेहद ही सतर्क रहती है। सीमा पर हल्की सी भी ढील दुश्मनों को बड़ा मौका दे देती है। जवान दिन रात ड्यूटी कर सरहद की रक्षा में लगे रहते हैं।

भारतीय सेना (Indian Army) जब-जब जंग दुश्मनों के खिलाफ उतरती है, उन्हें नेस्तनाबूद करके ही लौटती है। भारतीय सेना ने अबतक सिर्फ एक ही युद्ध हारा है। यह युद्ध 1962 में चीन के खिलाफ लड़ा गया था।

भारतीय सेना (Indian Army) सीमा पर दिन रात ड्यूटी कर देश की रक्षा में लगी रहती है। जवान किसी भी हद तक गुजरकर भारत मां की रक्षा करते हैं। सेना द्वारा कई मौकों पर इसे साबित भी किया जा चुका है।

भारतीय सेना (Indian Army) को बीते कुछ सालों में एडवांस बनाने की दिशा में काम किया गया है। जवानों को एक से बढ़कर एक बेहतर साजो-सामान मिले, इसके लिए समय-समय पर अपग्रेडेशन की जाती है।

Jammu and Kashmir: आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबल लगातार अभियान चला रहे हैं। इस बीच अनंतनाग के जंगलों में आतंकियों के ठिकाने का भंडाफोड़ किया गया है।

CPEC के केंद्र बलूचिस्तान में आतंकी और अलगावादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है और हाल के दिनों में यहां पाकिस्तानी सुरक्षाबलों (Pakistani soldier) पर हमले बढ़े हैं।

भारतीय सेना (Indian Army) के कमांडोज बेहद ही खतरनाक और हर चुनौती का सामना करने में सक्षम होते हैं। कमांडोज का नाम सुनते ही दुश्मन की आत्मा तक कांप उठती है।

भारतीय वीर सपूत अपनी जान की बाजी लगाकर भी सीमा की रक्षा करते हैं। बीते 8 महीने से भारत और चीन के बीच लद्दाख (Ladakh) में सबसे विवादित इलाके में शुमार पैंगॉन्ग लेक पर चीनी सेना का डिसएंगेजमेंट (Disengagement) चल रहा है।

भारतीय सेना (Indian Army) बीते तीन दशकों से लद्दाख में स्थिति सियाचिन ग्लेश्यिर की सुरक्षा कर रही है। भारत के लिए यह ग्लेशियर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।

मारे गए आतंकियों (Terrorists) के पास से हथियार बरामद हुए हैं। वहीं बडगाम में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में पुलिस का एसपीओ भी शहीद हुआ है।

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