बर्फ पर चलने वाली मोटरवाहन का इस्तेमाल करते हैं जवान, पेट्रोलिंग में है बेहद कारगार

भारतीय सेना (Indian Army) सीमा पर दिन रात ड्यूटी कर देश की रक्षा में लगी रहती है। जवान किसी भी हद तक गुजरकर भारत मां की रक्षा करते हैं। सेना द्वारा कई मौकों पर इसे साबित भी किया जा चुका है।

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Indian Army: भारतीय सेना के जवान दुश्मनों की हर नापाक हरकत पर नजर रखने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में गश्त लगाई जाती है।

भारतीय सेना (Indian Army) सीमा पर दिन रात ड्यूटी कर देश की रक्षा में लगी रहती है। जवान किसी भी हद तक गुजरकर भारत मां की रक्षा करते हैं। सेना द्वारा कई मौकों पर इसे साबित भी किया जा चुका है। सेना गर्मी हो चाहे सर्दी या भारी बर्फबारी, मुश्किल हालातों के बीच भी सेना हमेशा मोर्चे पर तैयार रहती है।

दुश्मनों पर नजर रखने के लिए पेट्रोलिंग की जाती है। मैदानी इलाकों में कार के जरिए या बाइक के जरिए पेट्रोलिंग हो जाती है। लेकिन बर्फीले इलाकों में ऐसा संभव नहीं हो पाता। ऐसे में सेना विशेष तरह का मोटरवाहन इस्तेमाल करती है जो कि बर्फ पर चलने में सक्षम होता है। पेट्रोलिंग के दौरान एक सैनिक इसे ड्राइव करता है तो दूसरा सैनिक पीछे बैठकर हथियार लेकर तैनात रहता है।

Army के जवानों को मिलते हैं एक से बढ़कर एक बेहतर साजो सामान, मुश्किल हालातों में आते हैं काम

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दुश्मनों की हर नापाक हरकत पर नजर रखने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में गश्त लगाई जाती है। गश्त यानी पेट्रोलिंग का फायदा यह होता है कि दुश्मनों पर आसानी से नजर रखी जा सकती है और किसी भी खतरे को भांपा जा सकता है।

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विशेषकर दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन में इसका इस्तेमाल होता है। ये वह जगह है जो कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है। इस जगह पर थोड़ी सी भी ढिलाई भारत को काफी भारी पड़ सकती है। सियाचिन ग्लेशियर 20 हजार फुट की ऊंचाई पर है। ऐसे में बर्फ में मूवमेंट के खा तरह के मोटरवाहन का इस्तेमाल होता है।

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