सियाचिन ग्लेशियर के आस-पास मौजूद हैं ये क्षेत्र, रणनीतिक रूप से ये जगह हैं बेहद महत्वपूर्ण

लद्दाख (Ladakh) में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र यानी 20 हजार फुट की ऊंचाई स्थित सियाचिन पर हमारे सैनिक दिन रात डटे रहते हैं। ये वह जगह है जो कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है। इस जगह पर थोड़ी सी भी ढिलाई भारत को काफी भारी पड़ सकती है।

Siachen Glacier

Siachen

Siachen Glacier: सियाचिन के पश्चिम में कश्मीर का वो इलाका मौजूद हैं जहां पीओके (PoK) यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर है। सियाचिन के पूर्व में काराकोरम पास है। 

लद्दाख (Ladakh) में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र यानी 20 हजार फुट की ऊंचाई स्थित सियाचिन पर हमारे सैनिक दिन रात डटे रहते हैं। ये वह जगह है जो कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है। इस जगह पर थोड़ी सी भी ढिलाई भारत को काफी भारी पड़ सकती है।

सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र के डेमोग्राफिक्स ऐसे हैं कि बीते तीन दशकों से भारतीय सेना (Indian Army) ने यहां हर चुनौती का डटकर सामना किया है। सियाचिन के पश्चिम में साल्टोरो रिज है जबकि उत्तर में इंदिरा कोल वेस्ट है, जो भारत का सबसे उत्तरी छोर है।

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सियाचिन के पश्चिम में कश्मीर का वो इलाका मौजूद हैं जहां पीओके (PoK) यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर है। सियाचिन के पूर्व में काराकोरम पास है। भारतीय सेना साल्टोरो रिज और सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) पर तैनात है।

भारतीय सेना का 14 कोर हेडक्वार्टर लेह में मौजूद है। सियाचिन में ठंड में तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच जाता है, ऐसे में सेना के जवानों का यहां रहना सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण होता है।

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हर चीज यहां पर बर्फ हो जाती है। गर्म पानी चंद सेकेंड में बर्फ का गोला बन जाता है। सरकार सैनिकों को स्पेशल सूट मुहैया करवाती है जो इस ठंड को सह सकने में कारगर होते हैं। इसके साथ ही ठंड के चलते सैनिकों की त्वचा पर घाव न पड़े इसके लिए भी पाउडर मुहैया करवाया जाता है।

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