‘आग’ में तपकर तैयार होते हैं पैरा कमांडो, जानें कितनी मुश्किल होती है ट्रेनिंग

ट्रेनिंग के दौरान इन कमांडोज को 33.5 हजार फीट की ऊंचाई से 50 जंप लगानी पड़ती है। इन जवानों को आगरा के एयरफोर्स पैरा ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग दी जाती है।

Indian Army

पैरा कमांडोज भारतीय थल सेना का सबसे ताकतवर दस्ता है।

Para Commandos Trainning: Indian Army की ट्रेनिंग के दौरान इन कमांडोज को 33.5 हजार फीट की ऊंचाई से 50 जंप लगानी पड़ती है। इन जवानों को आगरा के एयरफोर्स पैरा ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग दी जाती है। 

भारतीय सेना की स्पेशल फोर्स में भर्ती के दौरान होने वाले ट्रेनिंग बेहद ही कड़ी होती है। एक पैरा कमांडो करीब साढ़े तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद देश सेवा में शामिल होते हैं। अगर ये कहा जाए कि पैरा कमांडो आग में तपकर तैयार होते हैं तो गलत नहीं होगा। पैरा कमांडोज भारतीय थल सेना का सबसे ताकतवर दस्ता है।

ट्रेनिंग के दौरान इन कमांडोज को 33.5 हजार फीट की ऊंचाई से 50 जंप लगानी पड़ती है। इन जवानों को आगरा के एयरफोर्स पैरा ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग दी जाती है। यहां पर वे सारे साजो सामान मौजूद हैं जिनके जरिए एक पैरा कमांडो को तैयार किया जाता है। कमांडो को चेतक हेलिकॉप्टर, सुपर हरक्यूलिस विमान और अन्य सभी तरह के वाहन के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी जाती है।

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पैरा कमांडो भारतीय सेना की पैराशूट रेजीमेंट की स्पेशल फोर्स की यूनिट है जिसके जिम्मे स्पेशल ऑपरेशन, डायरेक्ट एक्शन, बंधक समस्या, आतंकवाद विरोधी अभियान, गैरपरंपरागत हमले, विशेष टोही मुहिम, विदेश में आंतरिक सुरक्षा, विद्रोह को कुचलने, दुश्मन को तलाशने और तबाह करने जैसे सबसे मुश्किल काम आते हैं।

गौरतलब है कि किसी भी देश को ताकतवर बनाने के पीछे उसकी स्पेशल फोर्सेस का हाथ होता है जिसके दम पर हर देश दुनिया के सामने एक नई शक्ति के रूप में उभरकर सामने आते हैं। विशेष सैन्य और रक्षा बल ही अपने देश की विश्व में एक अलग पहचान बनाते हैं।

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