Coronavirus

जो लोग लॉकडाउन (Lockdown) का उल्लंघन कर रहे हैं‚ उन्हें रास्ते में ही रोककर उनके लिए कैंप बनाए जाएं और 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन में रखा जाए।

केंन्द्र ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन से लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों की आवाजाही को रोकने के लिए प्रभावी तरीके से राज्य और जिलों की सीमा सील करने को कहा है।

लॉक डाउन के दौरान लोगों के लिए प्रशासन द्वारा किए गए व्यवस्था का जायजा लेने झारखंड (Jharkhand) के शिक्षा मंत्री सह डुमरी के विधायक जगरनाथ महतो 29 मार्च दोपहर को डुमरी पहुंचे।

चीन से ही यह महामारी (Coronavirus) शुरू हुई है‚ लेकिन फिर भी यहां मरने वालों की संख्या तैंतीस सौ (3300) ही है और मौजूदा संक्रमित मरीजों की संख्या महज 2,691 है।

वहीं उप्र और बिहार के गांव में कोराना वायरस (Coronavirus) का खतरा बढ़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि इतनी भीड़ में कौन इस संक्रमण से संक्रमित है‚ पता करना बेहद मुश्किल है

सरकार को विभिन्न एजेंसियों से यह जानकारी भी मिली कि जिलों में प्रशासन खाने–पीने के सामान की बिक्री में लॉकडाउन (Lockdown) और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में नाकाम रहे हैं।

देश में लॉकडाउन (Lockdown) के बाद से ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय अपनी डिजिटल शिक्षा पहल के माध्यम से यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है

21 दिन के लॉकडाउन (Lockdown) अवधि में घरों के अंदर की दिनचर्या कभी भी मधुमेह‚ उच्च रक्तचाप‚ अर्थराइटिस‚ एसिडिटी के रोगियों के लिए उनकी समस्याएं बढ़ा सकती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 28 मार्च को देशवासियों से कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ मदद की अपील की। इसके लिए पीएम केयर्स (PM-CARES) फंड बनाया गया है।

कोरोना वायरस (COVID-19) के खिलाफ भारतीय सेना (Indian Army) ने मोर्चा संभाल लिया है। कोरोना वायरस को हराने के लिए भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन नमस्ते' (Operation Namaste) शुरू किया है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) से दुनियाभर में हाहाकार मची है। भारत में भी संक्रमण बढ़ रहा है। इसी बीच अमेरिका ने दूसरे देशों की ओर मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।

कोरोना (COVID-19) के संक्रमण को देखते हुए देशभर में पूरी तरह लॉकडाउन के कारण लोगों और खासकर प्रवासी मजदूरों को अपने घर लौटने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

कोरोना वायरस (COVID-19) का खौफ इस कदर पसरा कि नक्सली (Naxali) भी आइसोलेट हो गए हैं। वे भी अब अपने सेफ जोन से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के संदिग्धों की पहचान के लिए अब तक हमें थर्मल मशीन स्क्रीनिंग के लिए नहीं उपलब्ध कराई गई है।

लद्दाख में भी अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के 18 मामले सामने आ चुके हैं। जम्मू–कश्मीर में सर्वाधिक मामले घाटी से 10 हैं‚ जबकि जम्मू संभाग में यह संख्या अभी 4 है।

अमेरिका में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं और पिछले 24 घंटे में यहां एक ही दिन में 16 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है।

झारखंड स्वास्थ्य विभाग ने राज्य की 32 हजार सहिया को घर-घर जाकर कोरोना (Coronavirus) के संभावित मरीजों की खोज करने को कहा गया है।

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