Naxali

दर्जनों की संख्या में पहुंचे नक्सलियों (Naxalites) ने पिपरवार गांव में सड़क निर्माण कार्य कर रही श्री राम कंस्ट्रक्शन की मशीनों और सामानों में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया।

नक्सल नेता मिथलेश औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र के विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा है और इलाज कराने के लिए जा रहा था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

क्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इन बैनर-पोस्टरों के नीचे आईईडी बम को प्लांट कर रखा था। जैसे ही एक पुलिसकर्मी ने उसे हटाने की कोशिश की, वैसे ही आईईडी का ट्रिगर दब गया और जबरदस्त विस्फोट हो गया।

सरेंडर करने वाली महिला नक्सली ने संगठन में बड़े नक्सली नेताओं की मनमानी, शोषण, उदासिनता के अलावा बाहरी राज्यों के नक्सलियों को प्राथमिकता देने जैसी घटनाओं से तंग आकर पुलिस के सामने अपने हथियार डाल दिये।

गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया छानबीन में नक्सली रामदुलारे (Naxali Ramdulare) ने कई अहम जानकारियां साक्षा की हैं। जिसके आधार पर जिले में एरिया डोमिनेशन व छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है।

दोपहर करीब एक बजे 8 वर्दीधारी हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) का एक समूह घटनास्थल पर पहुंचा और काम बंद करने की धमकी देकर निर्माण कार्य में लगे पांच वाहनों को जलाकर राख कर दिया।

सुरक्षाबलों की टीम ने बासागुड़ा थानाक्षेत्र से कुख्यात नक्सली लच्छ हिड़मा को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके खिलाफ भी पुलिस टीम पर फायरिंग और अपहरण सहित कुल तीन मामले दर्ज हैं।

गिरफ्तार नक्सली कामता यादव (Naxali Kamta Yadav) के खिलाफ कांड संख्या 10/2006 और 20/2010 जिले में दर्ज है। इस अभियान को एसएसबी (सहायक) अभिषेक कुमार की निगरानी में की गई।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल के सर्च ऑपरेशन के दौरानएक नक्सली का शव, एक पिस्टल, पांच किलोग्राम वजनी बारूदी सुरंग, एक नक्सली वर्दी और अन्य सामान बरामद किया गया।

हथौड़ी थानाक्षेत्र के तहत आने वाले डीहजीवर गांव से इस कुख्यात नक्सली को धर दबोचा है। नक्सली मिथिलेश (Naxalite Mithilesh) के खिलाफ हथोड़ी व बोचहां थाने में करीब पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पिछले कुछ महीनों में जिले में प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे पुना नर्कोम अभियान के तहत इनामी सहित करीब 200 नक्सलियों ने हिंसा छोड़ मुख्य धारा में लौट चुके हैं।

नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विभोर सिंह, रेडियो ऑपरेटर सुरेंद्र कुमार और हवलदार सुमन पांडे घायल हो गये।

पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक नक्सली पर्चा भी बरामद किया है जिसमें नक्सलियों (Naxalites) ने जवान की हत्या की जानकारी दी है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर अपनी छानबीन शुरू कर दी है।

नक्सल सहयोगियों (Naxal Associates) के पास से 10 बंडल कॉर्डेक्स तार व अन्य सामान बरामद की गई है। कॉर्डेक्स तार से ही बैरल ग्रेनेड, लांचर, हैंड ग्रेनेड और आईईडी सहित अन्य विस्फोटक सामान बनाया जाता है।

पुलिसिया छानबीन में गिरफ्तार नक्सली ने कई अपराधों में शामिल होने की बात स्वीकार की है, साथ ही प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी पुलिस से साझा की हैं।

एक पुलिया के निर्माण कार्य के दौरान ही ग्रामीणों की वेषभूषा में आये कुछ नक्सलियों (Naxalites) ने वहां काम पर लगे इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री को अगवा कर लिया।

25 वर्षीय नक्सली मंगलू पोयाम (Naxalite) ने शनिवार को पुलिस के सामने हथियार डाल दिये। उसने नक्सलियों की खोखली विचारधारा और प्रशासन द्वारा दिये जा रहे पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर हिंसा का रास्ता छोड़ा है।

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