Naxali

नक्सली विजय (Naxali Vijay) के पास किसी भी तरह का हथियार नहीं मिला लेकिन पुलिस के पास इसके खिलाफ काफी सबूत हैं। साथ ही पुलिस आस-पास के थानों से भी नक्सली विजय का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

सुरक्षाबलों ने संगइ लेवी वसूलने वाले तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान गुदड़ी के रमाय भैंसा, गुदड़ी के ही दामु बरजो और चाईबासा में गुदड़ी के ही मंगरा टुटी के रूप में की गयी है।

दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों (Naxalites) की घर वापसी के लिए थाना, शिविरों और ग्राम पंचायतों में संबंधित इलाकों के सक्रिय नक्सलियों का नाम चस्पा कर उनसे सरेंडर कर सम्मान पूर्वक जीवन यापन करने का अनुरोध किया जा रहा है।

नक्सलियों (Naxalites) का दावा है कि मृतक हेमंत बंडी ने 2018 में मुठभेड़ से पहले नक्सलियों की गतिविधि की सूचना पुलिस को दी थी। हालांकि मृतक बंडी कई सालों से मानसिक बीमार था और अधिकांशत: घर पर ही रहता था।

पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर तथा शोषण, अत्याचार, भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ होने वाली हिंसा से त्रस्त होकर 44 नक्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया।

गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली हथियारों की सप्लाई के लिए पिंडीग की तरफ जा रहा है। इसी के आलोक में एक टीम बनाकर पुलिस ने नक्सली हिंदुवा होरो (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया है।

नक्सलियों (Naxalites) ने बीएसपी के कार्य में लगे कर्मचारियों को निशाना बनाते हुये सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे आईईडी ब्लास्ट किया। इस हमले में वहां काम करने वाले दो कर्मचारी घायल हो गये।

दंतेवाड़ा जिले में ‘लोन वर्राटू (Lon Varratu)’ के तहत नक्सलियों की घर वापसी के लिए थाना, शिविरों और ग्राम पंचायत स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।

ओरछा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुदाड़ी गांव में नक्सलियों (Naxalites) ने दो ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन में आग लगा दी।नक्सली वहां से भागने से पहले वाहन चालकों और उनके सहायकों का मोबाइल फोन भी छीन लिया।

मारा गया नक्सली (Naxali) मंगरा लुगुन चाईबासा के गोयलकेरा और पोड़ाहाट सहित आस-पास के थाना क्षेत्रों में सक्रिय था। उसके डर के कारण पूरे इलाके में बिना उसे लेवी दिये कोई भी निर्माण कार्य संभव नहीं था।

पुलिस ने जब ड्रम को जमीन से निकालकर खोला गया तो सबके होश उड़ गये। यह ड्रम अमोनियम नाईट्रेट से बने 100 किलो बम से भरा था और एक कट्टा भी इसके अंदर रखा गया था।

गिरफ्तार नक्सलियों (Women Naxali) के पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल, देशी पिस्टल की एक मैगजीन 157.65 मिमी लाइव राउंड, 2 किलो लैंड माइन और 6 डेटोनेटर बरामद किए हैं।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला, सड़कों और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और संगठन के सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का आरोप है। 

गुप्त सूचना के आधार पर नक्सली मंगरू (Naxali) को उसके घर से ही गिरफ्तार किया गया। मंगरू के बारे में कहा जाता है कि वह पीएलएफआई (PLFI) सुप्रीमो दिनेश गोप का काफी करीबी है

दोनों पर 2021 में तर्रेम एनकाउंटर समेत दक्षिण बस्तर की 12 बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने बाकायदा 5-5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।  

मूल रूप से छत्तीसगढ़ निवासी शंकर (Naxali Shankar) बरगढ़- बलांगीर- महासमुंद डिवीजन में एरिया कमेटी मेंबर के रूप में कार्य कर रहा था और कई नक्सली हिंसा में शामिल था।

पुलिस को लंबे समय से भीमा की तलाश थी। लेकिन शुक्रवार को हुये एनकाउंटर (Naxal Encounter) में भीमा को मार गिराने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है

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