विकास का पहिया

आत्‍मनिर्भर भारत से प्रेरणा लेते हुए झारखंड (Jharkhand) के युवाओं ने एक देसी वीडियो गेम बनाया है। प्रदेश के 15 युवाओं की टीम ने पुलवामा और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर आधारित देसी वीडियो गेम बनाया है।

सारा (Sara Khan) यूट्यूब के जरिये छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश के ऐसे बच्चों को फ्री में ट्रेनिंग देती हैं जो फैशन डिजाइनिंग के फिल्म में जाना चाहते हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव में सीख नहीं पाते।

34 छात्र नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा और 15 जशपुर से हैं जिन्हें स्थानीय प्रशासन की पहल के तहत शिक्षा दी जा रही है और उन्होंने नीट (NEET Exam) जैसी बड़ी परीक्षा पास की है।

धनबाद में किसानों को मशरूम (Mushroom) की खेती का वैज्ञानिक तरीका सिखाया जा रहा है, जिससे वे पैदावार बढ़ा सकें। किसानों को अब केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (CIMFR) के वैज्ञानिक हर मौसम में मशरूम की खेती का तरीका बता रहे हैं।

उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले के देवाल ब्लॉक का घेस गांव विकास की नई इबारत लिख रहा है। गांव के लोग तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। परंपरागत खेती करने वाले गांव वालों ने अब अपना पूरा ध्यान औषधीय पोधों की खेती पर लगा लिया है।

Jharkhand: बोकारो जिले के चास प्रखंड में 2 गांव हैं, इनका नाम शिकारी और परसाडीह है। यहां के लोगों ने सालों भागदौड़ की, लेकिन सड़क नहीं बन सकी।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान है। राज्य में 80 प्रतिशत की आबादी खेती-किसानी के कामों से जुड़ी हुई है। यहां के किसान और खेतिहर मजदूर अधिक आय के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं।

नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विकास कार्य जोरों पर है। राज्य में बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ अब खेल के क्षेत्र में भी बेहतरी आ रही है। इसी कड़ी में धमतरी स्थित एकलव्य खेल मैदान को और बेहतर बनाया जाएगा।

नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विकास को रफ्तार देने के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है। सरकार ने बोधघाट बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना (Bodhghat Irrigation Project) को आगे बढ़ाने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है।

छत्तीसगढ़ के गांवों में रहने वाले लोगों को कच्ची सड़क पर नहीं चलना होगा। धरसा विकास योजना के तहत कच्चे रास्तों को पक्का किया जाएगा।

भारत में सल्फर डाइऑक्साइड (Sulfur Dioxide)  उत्सर्जन में 2018 के मुकाबले 2019 में करीब छह फीसदी की उल्लेखनीय कमी आई है। बीते चार साल में सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन में आई यह सबसे बड़ी कमी है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) सालों से आतंकवाद (Terrorism) का दंश झेलता आ रहा है। इसकी मिट्टी खून-खराबा और हिंसा की गवाह बनती रही है। लेकिन अब यहां उम्मीद की नई किरण दिख रही है।

नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विकास की रफ्तार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने 6 अक्टूबर को एक के बाद एक कई योजनाओं की शुरुआत की।

एक वक्त था जब झारखंड (Jharkhand) में लाल आतंक (Naxalism) का बोलबाला था। लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से हो रही कोशिशों की वजह से अब स्थिति बदल रही है।

झारखंड (Jharkhand) में वन संपदा के साथ-साथ खनिज संपदाओं का भी अकूत भंडार है। लेकिन नक्सलवाद से ग्रस्त होने के कारण इसके विकास की गति धीमी पड़ गई। पर सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार किए जा रहे प्रयासों से बीते 5 सालों में हालात बेहतर हुए हैं।

घाटी (Kashmir) के युवा अब आतंकवाद से दूर जा रहे हैं। वे सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं और अपने भविष्य को संवार रहे हैं। आज कश्मीर में युवा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल में भी आगे जा रहे हैं।

2016 में ITBP ने इन लड़कियों को प्रशिक्षित करने की ठानी थी। ये वो समय था, जब इन लड़कियों को हॉकी (Hockey) के बेसिक्स के बारे में बहुत जानकारी नहीं थी।

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