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नक्सली बुधराम (Naxalite Budhram) ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पिछले 7 जनवरी को बाक्साइट की खदान पर काम में लगी 27 वाहनों को जला कर राख कर दिया था।

रात के अंधेरे में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब 100 राउंड की फायरिंग हुई, लेकिन सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख सभी नक्सली घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे।

डब्ल्यूएचओ में कोविड मामलों के डायरेक्टर डॉ. आब्दी महमूद के मुताबिक कि यह स्पष्ट नहीं है कि बीए.2 उन लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है जिनको पहले बीए.1 था।

श्रीगुफवाड़ा इलाके में पुलिस नाके पर तैनात जवानों ने एक बाइक पर सवार होकर जा रहे तीन लोगों को रोका। लेकिन ये तीनों पुलिस को देखते ही भागने लगे। जिन्हें मुस्तैद पुलिस ने दौड़ा कर दबोच लिया।

सभी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी और सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह की मौजूदगी में अपने हथियार डाल दिये इनके खिलाफ जवानों के खिलाफ हमले सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

गिरफ्तार नक्सलियों (Naxalites) के पास से दो राइफल, एक बाइक, 11 मोबाइल, पीएलएफआई का पर्चा व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं।

आतंकवादी मैक्सन के खिलाफ बांग्लादेश में हत्या और चोरी समेत कुल 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि शायद वर्ष 2019 में यह आतंकवादी पश्चिम बंगाल की सीमा में घुसा था।

हजारीबाग जिले के कटकमदाग में नक्सली घटना में एक वाहन में आग लगा दी गयी और इस घटना में गिरफ्तार नक्सली बलवंत (Naxalite Balwant) भी शामिल था।

लता जी (Lata Mangeshkar) को 6 बार फिल्म फेयर और तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा लता मंगेशकर को वर्ष 1969 में पदमभूषण, 1997 में राजीव गांधी सम्मान,1999 में पदमविभूषण जैसे कई सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

सुरक्षाबलों ने तीनों घुसपैठियों के पास से करोड़ो रुपये के 36 किलो ड्रग्स बरामद किये हैं। फिलहाल स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है अपनी जांच शुरू कर दी है।

डिकेएमएस का अध्यक्ष व एक लाख का इनामी कुख्यात नक्सली मंगडू उर्फ मंगल सोढ़ी ने अपने दो साथियों सुक्का उर्फ केदार मंडावी और जोगा मडकाम के साथ सरेंडर कर दिया है।

पुलिस ने नक्सली के पास से मशीन गन कार्बाइन, खाली मैगजीन, 9 एमएम पिस्टल की सात गोलियां, लेवी वसूलने की रसीद के अलावा हीसोनुवा थानाक्षेत्र से लूटी गई एक बाइक भी बरामद किया है।

गिरफ्तार आतंकी लश्कर के मुखौटा संगठन टीआरएफ के लिए काम करता था और सरहद पार बैठे आंतकी आकाओं के आदेश पर जिले में एक बार फिर स्थानीय आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का काम कर रहा था।

सुरक्षाबलों ने मारे गये दोनों नक्सलियों (Naxalites) के शव का बरामद कर लिया है। साथ ही घटनास्थल से एक एसएलआर रायफल, एक पिस्तौल और एसएलआर के 175 कारतूस बरामद किया है। 

मारे गये आतंकी की पहचान शोपियां जिले के बोंगाम निवासी मलिक उर्फ मूसा के रूप में हुई। वह वर्ष 2020 से ही प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था।

सुशील (Ex Naxali Sushil) के गिरोह के 6 साथी पहले ही जेल में हैं। ऐसे में एक साथी के साथ सुशील की गिरफ्तारी पुलिस विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

नक्सलियों (Naxalites) की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। साथ ही जंगल से बरामद वाहन को गोरखा स्थित सुरक्षाबलों के कैंप में लाकर ड्राइवर को सौंप दिया गया।

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