झारखंड के किसानों को धन लाभ होगा और वह खुशहाल होंगे। कुसुम योजना (Kusum scheme) किसानों के जीवन में एक बदलाव लेकर आएगी। उन्हें सोलर पंप सेट दिए जाएंगे।

1995 में बोकारो जिले में एक कुख्यात नक्सली (Naxalite) का नाम सामने आया था, वह नाम था बहादुर तुरी। वह मूल रूप से बोकारो का निवासी था।

नक्सलियों (Naxalites) ने डरा-धमकाकर लेवी वसूली और लेवी नहीं मिलने पर विकास कार्यों में लगे वाहनों को आग के हवाले कर संसाधनों को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है।

नक्सलियों (Naxalites) ने अपने कमांडर और कुख्यात नक्सली नुनुचंद महतो को अगवा कर लिया था। इसके बाद उसके जिंदा बचने की गुंजाइश बहुत कम थी।

बम को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया गया और सर्च अभियान को तेज कर दिया गया। अभी किसी नक्सली (Naxalites) की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

झारखंड (Jharkhand) में लाल आतंक का पर्याय बन चुके इनामी नक्सली (Naxali) अजय महतो और उसके साथी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ जिला प्रशासन ने मुकदमा चलाने की कवायद शुरू कर दी है।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

दर्जनभर हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) ने उत्तराखंड के कल्हाबार गांव में सरकार द्वारा बन रहे डिग्री कॉलेज परिसर में जमकर उत्पात मचाया।

खूंटी पुलिस को दक्षिणी छोटानागपुर के रीजनल कमेटी के सदस्य जीत राय मुंडा समेत 7 नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

5 लाख के इनामी नक्सली (Naxal) नूनू चंद महतो को उसके ही साथी नक्सलियों ने किडनैप कर लिया है। नूनू चंद महतो नया संगठन बनाने की तैयारी कर रहा था।

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxals) ने एक बार फिर उत्पात मचाया है। राज्य के चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में पीएलएफआइ (PLFI) के नक्सलियों ने तांडव मचाया है।

झारखंड की रांची पुलिस को नक्सली संगठन पीएलएफआई (PLFI) के दो हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

चाईबासा जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में पिछले तीन महीने के दौरान नक्सलियों और पुलिस के बीच दर्जनों मुठभेड़ हुई हैं।

झारखंड (Jharkhand) के बोकारो के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान चला रखा है। पुलिस को लगातार नक्सलियों की सक्रियता की सूचना मिल रही थी। इसके बाद से तलाशी अभियान और भी तेज कर दिया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसने यह भी दावा किया कि वह 8 साल पहले पुलिस की गाड़ी चलाता था।

झारखंड (Jharkhand) में पुलिस और सीआरपीएफ CRPF द्वारा नक्सलियों (Naxals) के खात्मे को लेकर अभियान तेज कर दिया गया है। राज्य में नक्सलवाद (Naxalism) पर लगातार प्रहार किया जा रहा है।

झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih)  जिले में नक्सलियों (Naxalites) की फंडिंग के मामले में पुलिस को एक और कामयाबी मिली है। जिले के पारसनाथ जोन में सक्रिय नक्सलियों के दो करीबी व्यक्तियों की अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ है।

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