तिब्बत पर अपना हक मानता है चीन, 50 के दशक में किया था हमला
भारत और चीन के रिश्ते बीते कुछ सालों में खराब हुए हैं। सीमा विवाद के चलते चीन हमारे खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाए हुए है। चीन हमेशा से विस्तारवादी की नीति को फॉलो करता आया है।
1950 के दशक से दलाई लामा और चीन के बीच शुरू हुआ विवाद, चीन सेना ने कर दी थी तिब्बत पर चढ़ाई
जिस वक्त तिब्बत (Tibet) में 14वें दलाई लामा को चुनने की प्रक्रिया चल रही थी तभी यह हमला किया गया था। चीन नहीं चाहता था कि तिब्बत में फिर से चुनावी प्रक्रिया के जरिए दलाई लामा यानी धर्मगुरु की नियुक्ति हो।
कितने घातक हथियारों से लैस होते हैं SPG कमांडो? जानें क्यों हैं ये बेहद घातक
SPG Commando: कमांडोज ऑटोमेटिक गन एफएनएफ-2000 असॉल्ट राइफल दी जाती है। वहीं इन्हें ग्लॉक 17 नाम की एक पिस्टल भी दी जाती है। फोन में लगे ईयर प्लग के जरिए अपने साथ ड्यूटी में तैनात जवान से संपर्क करते हैं।
पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड: सुरक्षा के लिए बेहद कारगर है ये ‘ब्रीफकेस’, जानें इसकी खासियत
एसपीजी जवानों (SPG Commando) को जब भी किसी तरह के खतरे का अहसास होता है या जिनकी सुरक्षा में वह लगे हुए हैं उसपर हमला होता है तो इस शील्ड को खोल कर उन्हें कवर दिया जाता है।
चीनी सेना के पास ऐसा क्या है जो वह दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर सेना है? जानें इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स
चीन की बढ़ती ताकत सबको साफ नजर आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में चीन दुनिया की सुपर पॉवर होगा और इसमें उसकी सैन्य ताकत का अहम रोल होगा।
चीनी सेना PLA के हैं 5 घटक, जानें भारत से कैसे है ये अलग
पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है। इसमें करीब 23 लाख सैनिक हैं। इनमें थल, जल, वायु, रॉकेट फोर्स और रणनीतिक सपोर्ट सेना शामिल हैं।
पाक और बांग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठिए, आतंकी और दुश्मन सैनिक सबसे बड़ी चुनौती, ऐसे निपटते हैं जवान
दुश्मनों को देखते ही गोली बरसाने का ऑर्डर होता है। मशीनगन और रायफल्स से रात के वक्त जवानों द्वारा की गई फायरिंग में ज्यादात्तर सही निशाने पर नहीं लगते।
Kargil War: पाकिस्तान ने अपने सैनिकों की मौत की संख्या को बताया था कम, पर बाद में सामने आया असली नंबर
पाकिस्तान हर बार झूठ बोलता है और ऐसा ही इस युद्ध के बाद किया था। पाकिस्तान ने शुरुआत में कहा था कि उसके सिर्फ 375 सैनिक मारे गए हैं।
युद्ध के दौरान आती है घर वालों की याद, पर देश की रक्षा होती है सर्वोपरि
Indo-China War: 1962 के दौरान चीनी सेना ने जगह-जगह पोस्ट और सड़क का निर्माण कर दिया था जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी पोस्ट बना ली थी।
चीन और भारत के पास सबसे बड़ी सेना, देश की रक्षा के लिए बेहद जरूरी होते हैं सशस्त्र संगठन
भारतीय शस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमान भारत के राष्ट्रपति के पास है। राष्ट्र की रक्षा का दायित्व मंत्री मंडल के पास होता है। इसके निर्वहन रक्षा मंत्रालय से किया जाता है।
कैप्टन केंगुर्से: कारगिल युद्ध में दुश्मनों पर पड़े थे भारी, शहीद होकर देश का सिर कर गए ऊंचा
पाकिस्तानी सेना के जवान कारगिल की सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पहाड़ियों पर कब्जा जमाकर बैठ गए थे। केंगुर्से और उनकी टीम को चढ़ाई कर इन पोस्टों को दुश्मनों से वापस छीनना था।
कारगिल में घुसपैठ की सबसे पहले खबर देने वाले थे सौरभ कालिया, इस शहीद की बहादुरी है मिसाल
कारगिल में पाक सैनिकों की घुसपैठ की सबसे पहले खबर देने वालों में जाट रेजिमेंट के शहीद कैप्टन सौरभ कालिया थे। 1999 में कारगिल में पाकिस्तानियों की घुसपैठ का पता कैप्टन सौरभ कालिया और उनकी टीम ने लगाया था।
Kargil War: छुट्टियों में घर आने वाले थे शहीद मनोज पांडे, मां से किया था वादा
Kargil War: 1999 में मनोज पांडे ने अपनी मां से वादा किया था कि 25 जून को जन्मदिन पर घर आएंगे। पर मई में दुश्मनों ने देश पर हमला कर दिया।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में देती है आतंकवाद को बढ़ावा, सेना हर मोर्चे पर रहती है अलर्ट
पाकिस्तान और भारत के बीच अबतक चार युद्ध लड़े जा चुके हैं। हर बार पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान हर बार हार कर फिर से भारत के सामने लड़ता है और हारता है।
जंगल में बंकर ही होता है सेना के जवानों का घर, जानें यहां कैसे होता है गुजारा
Indian Army: सरहद पर ड्यूटी के दौरान जवानों के दिमाग में बस दिमाग में यह होता है कि सब कुछ शक से देखें, अलर्ट रहें और दुश्मन को घुसने न दें।
दुश्मनों की नजर से बचने के लिए छिपने के अलग-अलग तरीके अपनाते हैं जवान, मौका मिलते ही टूट पड़ते हैं
Indian Army: जवान जंगलों में बंकर बनाकर रहते हैं। बंकर किसी भी हमले से तो बचाता ही है साथ ही दुश्मनों को इन बंकरों को ढूंढना भी आसास नहीं होता।
1967 में चीनी सेना का भारतीय जवानों से हुआ था सामना, इस तरह मच गई थी खलबली
1967 में भारत और चीन के बीच संबंध पहले से तनावपूर्ण थे। नाथू ला से सेबु ला दर्रे के साथ सीमा पर कंटीले तार लगाने से चिढ़कर चीनियों ने भारतीय जवानों के साथ धक्का-मुक्की की थी।