Naxal

कांस्टेबल को दाहिनी जांघ में गोली लगी थी और अस्पताल में उसकी सर्जरी की गई। पुलिस ने कहा कि नक्सलियों (Naxalites) की तलाश में भामरागढ़ जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है। 

नक्सली वाड्डे कंपनी नंबर दस में क्षेत्रीय समिति के सदस्य के रूप में काम कर रहा था और वह 2020 में कोटी गांव में पुलिसकर्मी दुष्यंत पंढारी नंदेश्वर की नृशंस हत्या में शामिल था।

नर्मदा एक्का (Naxali Narmada Ekka) को 11 जून, 2019 को पति किरण उर्फ ​​सुधाकर के साथ गढ़चिरौली नक्सल हमले में उनकी कथित भूमिका के लिए पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसी आशंका है कि इनकी हत्या बुधवार की देर रात या गुरुवार को तड़के गोली मारकर की गयी है। उन्होंने कहा कि विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।

मारे गये तीन नक्सलियों में से दो की पहचान टीएसपीसी के जोनल कमांडर जितेंद्र यादव और चंचल सिंह के तौर पर की गई है लेकिन तीसरे नक्सली की अभी पहचान नहीं हो पाई है। 

नक्सली दीपक तीन हत्याओं, आठ मुठभेड़ों और आगजनी की दो घटनाओं में शामिल था। उसने घात लगाकर छह हमले भी किए थे, जिनमें छत्तीसगढ़ के तमाम इलाकों में 31 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी।

नक्सल नेता मिथलेश औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र के विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा है और इलाज कराने के लिए जा रहा था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

नक्सल सहयोगियों (Naxal Associates) के पास से 10 बंडल कॉर्डेक्स तार व अन्य सामान बरामद की गई है। कॉर्डेक्स तार से ही बैरल ग्रेनेड, लांचर, हैंड ग्रेनेड और आईईडी सहित अन्य विस्फोटक सामान बनाया जाता है।

मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें पहले भी ऐसी धमकियां मिलती रही हैं। लेकिन गढ़चिरौली का संरक्षक मंत्री होने के नाते जिले की देखभाल करना मेरा कर्तव्य है। हमारा उद्देश्य जिले का सर्वांगीण विकास करना व इसे मुख्यधारा में लाना है।

सुरक्षाबलों ने करीब 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त कर माओवादियों (Maoists) के मनसूबों पर पानी फेर दिया।

टॉप नक्सल कमांडर और नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने पूरे राज्य में एक सप्ताह का प्रतिरोध सप्ताह मनाने की घोषणा की है।

नक्सली विजय (Naxali Vijay) के पास किसी भी तरह का हथियार नहीं मिला लेकिन पुलिस के पास इसके खिलाफ काफी सबूत हैं। साथ ही पुलिस आस-पास के थानों से भी नक्सली विजय का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

सुरक्षाबलों ने संगइ लेवी वसूलने वाले तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान गुदड़ी के रमाय भैंसा, गुदड़ी के ही दामु बरजो और चाईबासा में गुदड़ी के ही मंगरा टुटी के रूप में की गयी है।

गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली हथियारों की सप्लाई के लिए पिंडीग की तरफ जा रहा है। इसी के आलोक में एक टीम बनाकर पुलिस ने नक्सली हिंदुवा होरो (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया है।

नक्सलियों के अचानक हमले में पुलिस के तीन जवान घायल  हो गयें जिन्हें इलाज के लिए फौरन हेलीकॉप्टर से नागपुर भेजा गया। हालांकि उपचार के दौरान तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गये।

नक्सलियों (Naxalites) ने रांची रेंज के आईजी अमोल बी होमकर और डीआईजी पंकज कंबोज की मौजूदगी में हथियार डाले।

दोनों नक्सली पिछले दो सालों के दौरान कथित तौर पर तीन एनकाउंटर में शामिल रहे हैं। गिरफ्तार नक्सलियों पर प्रशासन ने पहले से ही दो-दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है।

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