झारखंड: सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से एक बड़ा नक्सली हादसा टला, हजारीबाग के जंगलों से 2 केन बम बरामद

सुरक्षाबलों ने करीब 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त कर माओवादियों (Maoists) के मनसूबों पर पानी फेर दिया।

Jharkhand: Two Cane Bombs Recovered From Maoists-dominated Area

Jharkhand: Two Cane Bombs Recovered From Maoists-dominated Area II Pic Credit: @Network18

झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थानाक्षेत्र स्थित खरकी बल्कमक्का जंगल के नाला के पास से सुरक्षाबलों ने दो केन बम जब्त कर माओवादियों (Maoists) की एक बड़ी योजना को विफल कर दिया है। इस दौरान बम निरोधक दस्ता ने दोनों बमों निष्क्रिय किया। सुरक्षाबलों के इस अभियान में जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ 22वीं व 26वीं बटालियन, आइआरबी तीन और सैट के दल शामिल थे।

छत्तीसगढ़: सुकमा में एक बार फिर नक्सली मुठभेड़, जवानों ने तीन लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया

बताते चलें कि माओवादियों (Maoists) ने खरकी इलाके में स्थित बलकमक्का के जंगलों में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की योजना थी। पुलिस अधीक्षक मनोज रतन को खुफिया सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस, सीआरपीएफ और आइआइआरबी की टीम ने संयुक्त रूप से छापामारी कर 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त किया। 

बीते गणतंत्र दिवस के अवसर पर विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के मड़मो गांव स्थित उत्क्रमित उवि में माओवादियों (Maoists) ने काला झंडा पहराकर अपनी उपस्थिति दर्ज किया था। भाकपा माओवादियों ने खरकी स्थित जीओ टावर के कंट्रोल रूम को बम से उड़ा दिया था। इसको लेकर विष्णुगढ़ थाने व अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों द्वारा लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा था। इसी अभियान के तहत जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए माओवादियों (Maoists) ने केन बम लगाया था।

पुलिस अधीक्षक के अनुसार, सुरक्षाबलों ने करीब 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त कर माओवादियों (Maoists) के मनसूबों पर पानी फेर दिया। हजारीबाग में जिला पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार छानबीन अभियान चला रही है। इससे घबराकर माओवादियों ने बलकमक्का नाला पर बम लगाया था।

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, सुरक्षाबलों की मुस्तैदी का ही नतीजा है कि हजारीबाग में लगातार माओवादियों की योजनाओं को विफल किया जा रहा है। ऐसे में बलकमक्का के जंगलों से विस्फोटक बरामद कर सुरक्षाबलों ने एक बार फिर माओवादियों को चोट दी है। ऐसे में राज्य में सक्रिय माओवादियों (Maoists) से अपील है कि वो जल्द से जल्द मुख्यधारा में लौटकर प्रशासन द्वारा दी जा रही पुनर्वास योजनाओं का लाभ उठायें।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें