Indian Army

वीर सपूतों ने शहीद होने से पहले अपने परिवारों को खत भी लिखे थे। शहीद होने से पहले 17 जाट रेजीमेंट में तैनात नरेश कुमार ने भी परिवार को खत लिखा था।

Indian Army Recruitment Exam Result 2020: Indian Army ने 20 दिन के भीतर ही सेना भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। इस परीक्षा में 858 अभ्यर्थी सफल हो गए हैं।

किसी भी युद्ध में जीत और हार हथियारों पर निर्भर करती है। जिस सेना के पास जितने बढ़िया और मॉर्डन हथियार होंगे उसका पलड़ा उतना ही भारी होगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War)  में पंजाब के 105 जवानों ने शहादत दी थी। भारत मां की रक्षा के लिए ये सैनिक दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए किसी भी हद से गुजर गए थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़ा गया कारगिल युद्ध (Kargil War) भारतीय सेना (Indian Army) के शौर्य गाथा को बयां करता है। युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर फेल कर दिया था।

भारत और पाक के बीच हुए पहले युद्ध की वजह कश्मीर बना था। पाकिस्तान ने कश्मीर को पाने के लिए 1947 में नापाक साजिश रची जिसे सेना (Army) ने बुरी तरह से विफल कर दिया। 

भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा कि LoC पार कर PoK में सेना की स्ट्राइक की रिपोर्ट्स फर्जी हैं और LoC पर गोली भी नहीं चली है।

भारतीय सेना (Indian Army) केरल के विभिन्न जिलों में भर्ती रैली आयोजित करने जा रही है। 8वीं, 10वीं और 12वीं पास युवा इसके लिए www.joinindianarmy.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

सेना (Indian Army) की भर्ती में हिस्सा लेने वाले युवाओं को अब न्यूनतम 50 किलो वजन की जगह अपनी ऊंचाई के अनुपात में वजन के मापदंडों को पूरा करना होगा।

दरअसल पुलिस को जब कुछ संदिग्ध लगा तो पुलिस ने इन लोगों से ID मांगी, जिसे ये लोग नहीं दिखा सके। इसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया।

मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) टूटे हाथ के दर्द को नजरअंदाज कर अपने साथी जवानों को मैग्जीन में गोलियां भरकर देते जा रहे थे। उनकी बहादुरी की मिसाल आज भी पेश की जाती है।

मंडी जिले के 12 जवानों ने देश के लिए प्राण न्यौछावर कर दिए थे। देश की सरहदों पर कुर्बानी देने में जिला हमीरपुर भी पीछे नहीं रहा।

दरअसल पाकिस्तान की ओर से सीजफायर तोड़ने के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश निवासी BSF के उप निरीक्षक राकेश डोभाल शहीद हो गए थे।

कश्मीर में प्रशासन ने 4 जिलों के लिए सोमवार को हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी। इस दौरान ज्यादा ऊंचाई वाले हिस्से में भारी बर्फबारी हुई थी।

कई मौकों पर हमने अपने जवानों को खोया है जब पुरानी बारूदी सुरंग के संपर्क में आने से जवान शहीद हुए हैं। इनसे निपटने के लिए कोई कारगर तकनीक नहीं मिल पाई है।

सेना (Indian Army) के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद ने बताया‚ गत दिवस प्रदेश के उच्च दुर्गम पहाड़ी इलाकों पर भारी बर्फबारी हुई‚ जिसमें एक इलाका सिन्थम टॉप भी है।

पाकिस्तानी सैनिकों ने बेहद ही चालाकी के साथ उस रास्ते को रोक लिया था जहां से सेना के जवानों, हथियारों और अन्य जरूरी सामान की आवजाही होनी थी।

यह भी पढ़ें