पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए चारों जवानों को सेना ने दी श्रद्धांजलि, पैतृक गांव भेजे गए पार्थिव शरीर
इन चारों जवानों का नाम हवलदार हरधन चंद्र रॉय, नायक सताई भूषण रमेशराव, गनर सुबोध घोष और सिपॉय जेआर रामचंद्र था।
बॉर्डर पर पाक फायरिंग को लेकर भारत का रूख सख्त, पाकिस्तानी राजदूत को किया दिल्ली तलब
भारतीय सैनिकों (Indian Army) की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के 11 जवान मारे गए और एक दर्जन घायल हो गए हैं।
कारगिल युद्ध: वीर चक्र विजेता कैप्टन विजयंत थापर का आखिरी खत, शहीद होने से पहले कही थीं ये बातें
Captain Vijayant Thapar: भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए युद्ध में कैप्टन विजयंत थापर (Captain Vijayant Thapar) ने बेहद ही अहम भूमिका निभाई थी।
Indian Army Recruitment 2020: सेना में नौकरी का बड़ा मौका, 1.77 लाख तक सैलरी
भारतीय सेना में नौकरी की इच्छा रखने वालों के लिए खुशखबरी है। अगर आपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, तो आपके पास सेना में जाने के लिए बड़ा मौका है।
भारतीय सेना ने बांग्लादेश सेना को दिए 20 सैन्य घोड़े और 10 विशेष कुत्ते, जानें क्या है खासियत
इन दोनों ही जानवरों को भारतीय सेना रीमाउंट और पशु चिकित्सा कोर ने ट्रेन्ड किया है। भारतीय सेना ने इन दोनों ट्रेन्ड जानवरों को संभालने के लिए बांग्लादेश के जवानों को भी ट्रेनिंग दी है।
Kargil War: युद्ध की कहानी गोरखा रेजीमेंट के सिपाही कैलाश क्षेत्री की जुबानी, जानें कैसे दुश्मनों को किया था ढेर
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी युद्ध 1999 में लड़ा गया था। यह कारगिल युद्ध (Kargil War) के नाम से जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान ने कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कई क्षेत्रों पर धोखे से कब्जा कर लिया था।
जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना के मेजर रैंक के अधिकारी का संदिग्ध हालात में शव मिला, जांच शुरू
राजौरी जिले में सोमवार सुबह हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां राष्ट्रीय राइफल्स शिविर में सेना के मेजर रैंक के एक अधिकारी रहस्यमय हालात में मृत पाए गए हैं।
जब एक डाकू ने 1971 के युद्ध में Indian Army के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिया देशभक्ति का परिचय
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में एक डाकू ने भारतीय सेना (Indian Army) की काफी मदद की थी। सेना की मदद करने के बाद इस डाकू के ऊपर चल रहे सारे मामलों को बंद कर दिया गया था।
मेजर सुभाष गुलेरी आज भी हैं पाकिस्तान की जेल में बंद, परिवार को है वतन वापसी की आस
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध के दौरान 9 जाट रेजीमेंट में तैनात मेजर सुभाष गुलेरी (Major Subhash Guleri) को युद्ध बंदी बना लिया गया था। परिवार को आज भी उनकी वतन वापसी का इंतजार है।
Indian Army ने पाकिस्तानी स्नाइपर को मार गिराया, वीडियो वायरल
भारतीय सेना (Indian Army) ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) से सटे भिंबर सेक्टर में एक पाकिस्तानी सेना के स्नाइपर को ढेर कर दिया। सोशल मीडिया पर इस ऑपरेशन की वीडियो वायरल हो रही है।
Kargil War: युद्ध की कहानी एयर चीफ मार्शल टिपनिस की जुबानी, जानें कैसा था इनका अनुभव
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) ने कहर बरपाया था। दुश्मनों को बुरी तरह से हराकर भारतीय वीर जवानों ने दिखा दिया था कि देश की रक्षा के लिए वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
नेपाल ने भारतीय आर्मी चीफ को जनरल की मानद उपाधि से सम्मानित किया, दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
नरवणे (General MM Naravane) इस उपाधि से सम्मानित होने वाले 18वें भारतीय सेना प्रमुख हैं। जिसके तहत सेना प्रमुख नरवणे को नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
जब Indian Air Force ने सीमा पार कर पाक की हथियारों से भरी ट्रेन के चिथड़े उड़ाए
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान को इस युद्ध में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारतीय सेना उसे इतनी बुरी तरह से विफल करेगी।
Kargil War: कारगिल युद्ध से पहले इंटेलीजेंस एजेंसियों को नहीं मिल पाए थे इनपुट्स, जानें क्या हुआ था
सीमा पर पाकिस्तान की नापाकी गतिविधियों पर देश की टॉप इंटेलीजेंस एजेंसियां को भनक तक नहीं लग सकी थी। उस समय एजेंसी का सीमा पार कोई मजबूत नेटवर्क नहीं था।
India Pakistan War 1965: उत्तराखंड के 253 जवान हुए थे शहीद, इनमें से 22 को मिला सैन्य सम्मान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान, भारत को कमजोर समझकर जंग के मैदान में उतरा था। लेकिन पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत ने जीत हासिल की थी।
उत्तराखंड की धरती का कर्जदार है देश, यहां के जांबाजों ने वतन के लिए दिया है सर्वोच्च बलिदान
उत्तराखंड (Uttarakhand) के नौजवान सेना (Indian Army) में भर्ती होने के लिए तत्पर रहते हैं। सेना के भर्ती शुरू हो जाए, तो झटपट टेस्ट देने और एग्जाम की तैयारी शुरू कर देते हैं। पहाड़ की हवा पानी में रहने वाले नौजवान बेहद ही मेहनती और फुर्तीले होते हैं।
ऊंचाई वाले इलाकों में तैनाती से पहले Indian Army ने शुरू किया सैनिकों का रोटेशन, जानें क्यों
LAC जारी तनाव के बीच भारतीय सेना (Indian Army) ने सैनिकों का रोटेशन शुरू कर दिया है। ऊंचाई वाले इलाकों में तैनाती से पहले सैनिकों का एक्लेमटाइज किया जाता है यानी उन्हें मौसम के हिसाब से ढाला जाता है।