Chhattisgarh

आयता ने भी जिंदगी के करीब 13 से इसी मुगालते में गुजार दिए कि वह अपने समाज और आदिवासियों के हितों की लड़ाई लड़ रहा है। पर, जब असलियत से सामना हुआ तो संगठन में उसका दम घुटने लगा।

प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक माओवादियों (Maoists) ने 2006 से जुलाई 2020 तक मुखबिरी के शक में 294 हत्याएं कीं।

Chhattisgarh: पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के जननांगों पर हमला किया था, जिसके बाद से पीड़ितों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।

इतना ही नहीं, इस प्रेमी जोड़े के साथ 3 और नक्सलियों (Naxalites) ने समर्पण किया है। प्रेमी का नाम हरदेश लेकाम और प्रेमिका का नाम आसमती है।

दंतेवाड़ा (Dantewada) में एक प्रेगनेंट महिला लैंडस्लाइड की वजह से रोड जाम होने पर जंगल में फंस गई। ये उसकी डिलीवरी का समय था

2006 में नक्सलियों और सलवा जुडूम कैंप के बीच हुए हमलों में आदिवासी फंस गए थे। नक्सलियों ने राहत शिविर पर हमला (Naxalite Attack) किया था।

छत्तीसगढ़ के नक्सल (Naxalite) प्रभावित क्षेत्र बीजापुर में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। नक्सली का नाम मसराम भोगामी है और उसकी उम्र 27 साल है। ये गिरफ्तारी टिंडोड़ी गांव से हुई है।

छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 20 साल बाद धुर नक्सल (Naxal) प्रभावित गांव मारजुम में आजादी के बाद पहली बार सुरक्षाबल के जवान, महिला कमांडो और ग्रामीणों ने मिलकर तिरंगा लहराया।

Chhattisgarh: एक नक्सली ने अपने चार अन्य साथियों के साथ शनिवार को सीआरपीएफ डीआईजी और सुकमा एसपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

राष्ट्रीय त्योहारों पर पहले यहां के गांवों में लाला आतंक के खौफ से तिरंगे के बजाय नक्सलियों का काला झंडा फहराया जाता था। या फिर लोग डर के मारे न तो तिरंगा फहराते थे, न ही इस दिन खुशियां मना पाते थे।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सलियों (Naxalites) के लिए खौफ का दूसरा नाम है इंस्पेक्टर लक्ष्मण केवट (Inspector Laxman Kewat)। नक्सल मोर्चे पर तैनात इंस्पेक्टर लक्ष्मण केवट 100 से अधिक मुठभेडों में कुशल नेतृत्व कर चुके हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात को नक्सलियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद उनके खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। सूचना के मुताबिक चिंतलनार क्षेत्र में 50 से ज्यादा नक्सली मौजूद थे।

मुख्यमंत्री बघेल की विशेष पहल पर वन अधिकार अधिनियम के तहत शहरी क्षेत्रों के निवासियों को भी वन अधिकार पत्रक देने की शुरुआत की गई है।

छत्तीसगढ़ में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है।

डेविड के पास से एके-47 राइफल, पिस्टल, कारतूस और पिठ्ठू के साथ दैनिक प्रयोग का सामान बरामद किया गया है।

अगर मौत एक्सीडेंट की वजह से हो तो 2 लाख रूपए अतिरिक्त प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में 2 लाख रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि दी जाएगी।

डीआरजी, कोबरा, एसटीएफ और सीआरपीएफ के जवानों ने ज्वाइंट ऑपरेशन कर महिला नक्सली को मार गिराया।

यह भी पढ़ें